नई दिल्ली: कनाडा के विनीपेग शहर में एक और खालिस्तानी समर्थक की हत्या कर दी गई है। गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके को अज्ञात लोगों ने गोली मार दी। इस हत्याकांड को लेकर कनाडा पुलिस की ओर से अभी कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। वहीं, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। इसकी जानकारी उन्होंने फेसबुक पर दी है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने फेसबुक पर लिखा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पोस्ट में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने लिखा है कि सत श्री अकाल, राम राम, ये सुक्खा दुनिके जो बंबिहा ग्रुप का इंचार्ज बनने का दावा कर रहा था उसकी हत्या हुई है। लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप इसकी जिम्मेदारी लेता है। वो ड्रग एडिक्ट था सिर्फ अपने नशे की जरूरतों को पूरी करने के लिए कई घरों को उजाड़ दिया था। गुरलाल बराड़, विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या में इसने बाहर से बैठकर साजिश रची। यही नहीं संदीप नंगर आंबिया का भी मर्डर कराया था। इसके बाद बिश्नोई गैंग ने आगे लिखा कि अब इसके पापों की सजा मिल गई है। हां वैसे लोग जो दुनिया के किसी भी कोने में बैठे हों उन्हें नहीं छोड़ेंगे, चाहे वे लोग कहीं भी छिप लें बदला जरूर लेंगे। ये मत सोचो कि बच जाओगे, हां टाइम लग सकता है लेकिन सजा सबको देंगे। रब राखा, वाहे गुरुजी खालसा, वाहेगुरु जी फतेह, जय महाकाल, जय श्रीराम।
कौन था गैंगस्टर सुखदूल ?
NIA की वॉन्डेट लिस्ट में सुखदूल शामिल था। सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए वह भारत छोड़कर कनाडा भाग गया था। उसके ऊपर आरोप लगे थे कि वह खालिस्तानी आतंकियों की मदद करता था। सुखदूल पंजाब के मोगा का रहने वाला था। साल 2017 में पंजाब से भागकर कनाडा पहुंचा था। सुखदूल को खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह का करीबी माना जाता है। बता दें कि कल ही यानी 20 सितंबर को NIA ने अर्श डल्ला गैंग पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।