नयी दिल्ली/प्रयागराज : जनवरी में मकर संक्रांति से प्रयागराज में महाकुंभ 2025 होने जा रहा है। जिसमें करोड़ों लोग आस्था की डुबकी लगायेंगे। कांग्रेस ने पिछले सप्ताह कहा कि गंगा का पानी आचमन के लायक भी नहीं है मानकों से कहीं ज्यादा प्रदूषित है। अपने उद्गम स्थल में भी गंगा प्रदूषित हैं गंगा में अनेक गंदे नाले गिरते हैं। इस पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा कि गंगा का पानी गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक 100 प्रतिशत शुद्ध है। गंगा दुनिया की दस बड़ी पवित्र और शुद्ध नदियों में से एक है। गंगा की लगभग 2600 किलोमीटर की यात्रा में गंगा के जल की गुणवत्ता एकदम सही है। किसी भी नदी के जल की गुणवत्ता का सबसे बड़ा पैमाना उसके जलीय जीव जंतु होते हैं। अब इसमें हजारों की संख्या में डॉल्फिन हैं। कानपुर से लेकर बंगाल तक हिल्सा मछलियां हैं।
शेखावत ने कहा 2014 से पहले जयराम रमेश केंद्रीय पर्यावरण मंत्री थे। वे 2014 से पहले की और 2024 की गंगा को देख लें देवप्रयाग से गंगासागर तक गंगा एकदम स्वच्छ है। दोष गंगा में नहीं उनकी नजर में है। मैं हर रोज का गंगा की स्वच्छता का डाटा दे सकता हूं। गजेंद्र ने बताया कि प्रयागराज के महाकुंभ में भारत की झलक संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से देखने को मिलेगी। उत्तर प्रदेश मेला समिति ने संस्कृति मंत्रालय को 12 एकड़ जमीन दी है। जिसमें संस्कृति मंत्रालय भारत के सभी प्रांतों की संस्कृति खान पान की झलक दिखाएगा। देश के जाने माने पुरस्कृत कलाकार गीत संगीत नृत्य की प्रस्तुतियां देंगे। इस बार विदेशी राजदूतों को भी कुंभ ले जाया जाएगा। दिल्ली में एक समारोह में लगभग 75 देशों को राजदूतों को कुंभ के बारे में जानकारी दी गयी और महत्व समझाया गया।