

नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए प्राधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों के तहत बृहस्पतिवार से दिल्ली के बाहर पंजीकृत गैर बीएस-6 निजी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लागू हो गया और साथ ही उन वाहनों को पेट्रोल पंप पर ईंधन नहीं मिलेगा जिनके पास प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी) नहीं हैं।
पेट्रोल पंप वैध पीयूसी प्रमाणपत्र के बिना वाहनों को ईंधन नहीं दे रहे हैं और इसे स्वचालित ‘नंबर प्लेट रीडर कैमरे’, पंपों पर ‘वॉयस अलर्ट’ और पुलिस की मदद से लागू किया जा रहा है। इसका मतलब है कि जिन वाहनों के पास पीयूसी नहीं होगा, उन्हें पेट्रोल नहीं मिलेगा यानी ‘नो पीयूसी, नो फ्यूल’।
पेट्रोल पंपों पर अधिकारी तैनात
अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली की सीमाओं सहित 126 जांच चौकियों पर 580 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त प्रभावी क्रियान्वयन के लिए परिवहन विभाग की कई प्रवर्तन टीम को पेट्रोल पंपों और सीमा चौकियों पर तैनात किया गया है। हालांकि, गैर बीएस-6 वाहनों पर प्रवेश प्रतिबंध सीएनजी या इलेक्ट्रिक पावर, सार्वजनिक परिवहन, आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले या आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले वाहनों पर लागू नहीं है। निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों को भी ग्रैप के चौथे चरण के प्रतिबंधों के तहत शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
आज दिल्ली में घने कोहरे से दृश्यता काफी कम
इधर दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के बड़े हिस्से में बृहस्पतिवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता काफी कम हो गयी और सामान्य आवाजाही बाधित हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, सुबह छह बजे राष्ट्रीय राजधानी में कोहरा छाया रहा। पालम हवाई अड्डे पर दृश्यता तेजी से गिरकर 150 मीटर तक रह गयी, जबकि सफदरजंग हवाई अड्डे पर दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई, जो पूरे क्षेत्र में खराब स्थिति का संकेत देता है।
घने कोहरे के कारण कई इलाकों में सड़क यातायात प्रभावित हुआ। दिल्ली को एनसीआर से जोड़ने वाली प्रमुख सड़कों और राजमार्गों पर वाहन धीमी गति से चलते दिखे। कम दृश्यता के कारण वाहन चालकों को सावधानी बरतनी पड़ी जिसके कारण सुबह यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में देरी हुई