
इंफाल : राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई), सीमा शुल्क, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की एक संयुक्त टीम ने चुराचांदपुर जिले में एक अभियान के दौरान 55.52 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ और नकदी जब्त की तथा 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मणिपुर सरकार के एक बयान में कहा गया, ‘डीआरआई, सीमा शुल्क, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की एक संयुक्त टीम द्वारा 5 जून और 7 जून को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सीमावर्ती इलाकों में ‘ऑपरेशन व्हाइट वेल’ नाम से एक विशेष अभियान चलाया गया।’ म्यांमार की सीमा से लगे बेहियांग गांव में 6 जून को तड़के एक घर की तलाशी लेने पर वहां हेरोइन से भरे साबुन के 219 डिब्बे, अफीम से भरे 8 पैकेज, दो वॉकी-टॉकी और 7,58,050 रुपये की नकदी बरामद की गयी। बयान में कहा गया है कि घर से एक व्यक्ति को पकड़ा गया, जबकि वहां से फरार दो अन्य व्यक्तियों को बुआलकोट चेक गेट के पास रोक लिया गया। इसके बाद की गयी त्वरित कार्रवाई में बेहियांग गांव में स्थित एक व्यक्ति के आवास की तलाशी ली गयी और अफीम से भरे 2 पैकेट तथा 28,05,000 रुपये की नकदी जब्त की गयी और पांच लोगों को स्वापक औषधि और मनः प्रभावी पदार्थ अधिनियम 1985 के तहत गिरफ्तार किया गया।
प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि जब्त की गयी प्रतिबंधित सामग्री भारत-म्यांमार सीमा के रास्ते म्यांमार से तस्करी कर चुराचांदपुर जिले के सीमावर्ती इलाकों में लाई गयी थीं।
असम में 45 करोड़ के ड्रग्स जब्त, 4 गिरफ्तार
गुवाहाटी : असम के कछार जिले में 45 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं और इस संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा ‘2 सफल मादक पदार्थ विरोधी अभियानों में कछार पुलिस ने विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर एक के बाद एक दो अभियान में 45 करोड़ रुपये मूल्य की 1.5 लाख ‘याबा’ गोलियां जब्त कीं।’ उन्होंने कहा कि इस संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिमंत ने कहा, ‘असम पुलिस हमारे युवाओं की सुरक्षा के लिए दृढ़ है।’ आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पहले ही शुरू कर दी गयी हैं। ‘याबा’ का इस्तेमाल देश में गैरकानूनी है क्योंकि इसमें मेथमफेटामाइन और कैफीन होता है, जो नियंत्रित पदार्थ अधिनियम के अंतर्गत अनुसूची 2 के तहत प्रतिबंधित पदार्थ है। थाई में ‘याबा’ का अर्थ नशे की गोली होता है।