

कोहिमा : भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस), नगालैंड राज्य शाखा ने अपनी 38वीं वार्षिक आम बैठक का पिछले दिनों राजधानी कोहिमा के रेड क्रॉस कॉम्प्लेक्स स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में गरिमामय ढंग से आयोजित किया। इस अवसर पर नगालैंड के मुख्यमंत्री डॉ. नेफ्यू रियो, जो स्वयं भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के राज्य उपाध्यक्ष भी हैं, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
बैठक का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और दो मिनट के मौन के साथ हुआ, जिसमें आईआरसीएस नगालैंड राज्य शाखा के दिवंगत अध्यक्ष तथा राज्य के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय लॉ. गणेशन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्रार्थना का नेतृत्व कोहिमा चाखेसांग बैपटिस्ट केहुकी के पादरी डॉ. नेइजो खालो ने किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में आईआरसीएस नगालैंड राज्य शाखा की भूमिका की भावपूर्ण सराहना की। उन्होंने कहा कि 1982 में अपनी स्थापना के बाद से यह संस्था आशा, करुणा और स्वैच्छिक सेवा का प्रतीक बन गई है।
“भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, नगालैंड राज्य शाखा ने अपने तीन दशक से अधिक के सफर में न केवल आपदा राहत और आपातकालीन सेवाओं में उल्लेखनीय योगदान दिया है, बल्कि इसने हमारे समाज में मानवता, दयालुता और एकता के मूल्यों को भी गहराई से स्थापित किया है,”— डॉ. नेफ्यू रियो, मुख्यमंत्री, नगालैंड।
उन्होंने कहा कि आईआरसीएस ने राज्य के कमजोर और जरूरतमंद वर्गों को राहत देने, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को बढ़ावा देने, रक्तदान अभियानों के आयोजन तथा आपदा प्रतिक्रिया और तैयारी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि संस्था ने नगालैंड के सबसे सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक मानवीय सहायता पहुंचाई है।
डॉ. रियो ने अपने संबोधन में नगालैंड के पूर्व राज्यपाल और रेड क्रॉस नगालैंड शाखा के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय लॉ. गणेशन को याद करते हुए कहा कि 15 अगस्त 2025 को उनका निधन पूरे राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति थी।
उन्होंने कहा,
“लॉ. गणेशन का नेतृत्व, करुणा और मानवता के प्रति समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत रहा है। उनके मार्गदर्शन में रेड क्रॉस परिवार ने अपने मिशन को और अधिक निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाया।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी स्मृति नगालैंड के लोगों के दिलों में हमेशा जीवित रहेगी।
डॉ. रियो ने आईआरसीएस नगालैंड राज्य शाखा की महासचिव सुश्री अखले विजोल खामो के समर्पित नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके अथक प्रयासों ने नगालैंड में रेड क्रॉस आंदोलन को नई दिशा और ऊर्जा दी है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि महिलाओं के लिए राष्ट्रीय भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी पुरस्कार (2022-23) से सुश्री खामो को सम्मानित किया जाना नगालैंड के लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2024 के विश्व रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट दिवस के विषय “मानवता को जीवित रखना” का उल्लेख करते हुए कहा कि यह संदेश हमारे वर्तमान युग के लिए अत्यंत प्रासंगिक है।
उन्होंने कहा -
“आज जब दुनिया प्राकृतिक आपदाओं, संघर्षों, महामारियों और सामाजिक चुनौतियों से जूझ रही है, रेड क्रॉस हमें याद दिलाता है कि करुणा, सहानुभूति और निस्वार्थ सेवा के माध्यम से ही मानवता हमारी सबसे बड़ी ताकत बनी रहती है। ‘मानवता को जीवित रखना’ केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक जीवनदर्शन और कार्रवाई का आह्वान है।”
मुख्यमंत्री ने सभी स्वयंसेवकों, कार्यकर्ताओं और रेड क्रॉस परिवार के सदस्यों को इस विचार को अपनी दैनिक सेवाओं में आत्मसात करने का आह्वान किया।
अपने विस्तृत प्रतिवेदन में महासचिव अखले वी. खामो ने रेड क्रॉस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसकी स्थापना 1863 में हेनरी डुनेंट द्वारा की गई थी। उन्होंने रेड क्रॉस के सात मूलभूत सिद्धांतों – मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, स्वैच्छिक सेवा, एकता और सार्वभौमिकता – का उल्लेख करते हुए कहा कि इन्हीं मूल्यों ने संगठन को सदियों से मजबूती प्रदान की है।
उन्होंने नगालैंड राज्य शाखा की हालिया गतिविधियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया, जिनमें शामिल हैं:
राज्य के सभी जिलों में प्राथमिक चिकित्सा और सीपीआर प्रशिक्षण कार्यक्रम,
नगालैंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NSDMA) के साथ आपदा राहत सहयोग,
हॉर्नबिल महोत्सव के दौरान 2023 से शुरू की गई निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा,
रक्तदान शिविरों, स्वास्थ्य जांच शिविरों तथा युवाओं के बीच स्वैच्छिक सेवा अभियानों का आयोजन।
अखले वी. खामो ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. रियो और राज्य सरकार के प्रति भी आभार व्यक्त किया, विशेषकर रेड क्रॉस भवन की मरम्मत और पुनर्विकास के लिए उनके सहयोग का उल्लेख किया। यह भवन 1997 में उद्घाटित हुआ था और अब पहली बार इसकी व्यापक मरम्मत की जा रही है।
बैठक के दौरान आईआरसीएस पेरेन जिला अध्यक्ष अल्बर्ट और मोन जिला मानद सचिव न्यामतो वांगशा ने अपने-अपने जिलों के कार्य अनुभव साझा किए। उन्होंने स्थानीय स्तर पर रेड क्रॉस गतिविधियों के प्रभाव और समुदाय के सहयोग पर प्रकाश डाला।
सांस्कृतिक प्रस्तुति के रूप में केदुओलहोखो किरे ने अपनी मधुर गायकी से कार्यक्रम को भावनात्मक रंग दिया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री डॉ. नेफ्यू रियो ने आईआरसीएस नगालैंड की वार्षिक रिपोर्ट का औपचारिक विमोचन किया। कार्यक्रम के अंत में एमसी सदस्य खोली डॉल्फ ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और एमसी सदस्य जोनास यंथन ने समारोह का संचालन किया।
यह वार्षिक आम बैठक केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि मानवता, एकता और निस्वार्थ सेवा के प्रति नगालैंड के रेड क्रॉस परिवार की पुनर्पुष्टि का प्रतीक बनी।
जैसा कि डॉ. नेफ्यू रियो ने कहा —
“रेड क्रॉस केवल एक संगठन नहीं, बल्कि यह मानवता की धड़कन है- जो हमें यह याद दिलाती है कि संकट के समय भी दया, करुणा और सेवा से हम दुनिया को बेहतर बना सकते हैं।”