नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने धारा 370 को लेकर भारत सरकार के फैसले पर मुहर लगा दी है। इस दौरान कोर्ट ने ज्यादातर बातें अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए के बारे में कही है। वहीं, कश्मीरी पंडितों को लेकर भी अपने फैसले में कोर्ट ने आदेश दिया है। SC के वरिष्ठ न्यायधीश संजय किशन कौल ने कश्मीर के लोगों के विस्थापन और उसके बाद आतंकवाद का भी अपने फ़ैसले में जिक्र किया। कोर्ट ने इसे लेकर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाने की बात की है। अदालत ने अपने फैसले में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अन्याय और क्रूरता को लेकर कहा कि इसके लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की आवश्यकता है। अगर सरकार इस दिशा में बढ़ती है तो यह कश्मीरी पंडितों के अधिकारों को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
कौन हैं जस्टिस संजय किशन कौल ?
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजय कौल दूसरे नंबर के सीनियर मोस्ट जज है। जस्टिस कौल का ताल्लुक कश्मीरी परिवार से है। उन्होंने साल 1987 में अपना प्रोफेशनल करियर शुरू किया था। फरवरी 2017 में वे सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए थे। वे इसी महीने रिटायर होने वाले हैं।