

दीमापुर : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नागालैंड में 10 ‘पीएम-श्री स्कूलों’ का लोकार्पण और 23 छात्रावासों की आधारशिला रखी।
धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को अखिल भारतीय शिक्षा समागम के तहत नयी दिल्ली के भारत मंडपम् में आयोजित एक वर्चुअल समारोह में इन स्कूलों को आधिकारिक रूप से राष्ट्र को समर्पित किया। नागालैंड भर से छात्र, शिक्षण संकाय, जिला प्रशासन के अधिकारी, विधायक, समुदाय के सदस्य और अभिभावक इस लाइव-स्ट्रीम कार्यक्रम में शामिल हुए। भारत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की 5वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘अखिल भारतीय शिक्षा समागम’ मनाया। इस अवसर पर ‘पीएम-श्री स्कूलों’ का औपचारिक रूप से लोकार्पण और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेजीयूए) के तहत छात्रावासों की आधारशिला रखी गयी। यह शिक्षा और आदिवासी कल्याण में एक दोहरी उपलब्धि है। अधिकारियों ने नागालैंड के 49 सरकारी स्कूलों में से प्रत्येक जिले से एक, 10 पीएम-श्री संस्थानों का चयन किया और उन्हें एनईपी 2020 मानकों के कार्यान्वयन के लिए आदर्श स्कूलों के रूप में मान्यता दी। इनमें शामिल हैं : पीएम श्री जीएचएसएस चुमौकेदिमा, पीएम श्री जीएचएसएस किफिरे, पीएम श्री जीएचएस किरुफेमा, पीएम श्री मयंगनोक्चा जीएचएसएस, पीएम श्री जीएमएस मोन टाउन ए, पीएम श्री जीएचएस डीसी कॉलोनी पेरेन टाउन, पीएम श्री जीएचएस फुसाचोडु, पीएम श्री जीएचएसएस थांगजाम, पीएम श्री जीएचएस वोखा विलेज और पीएम श्री जीएचएस न्येनचिंग। देश की 14,500 स्कूलों वाली ‘पीएम-श्री’ पहल के तहत, ये स्कूल उन्नत बुनियादी ढांचे और पाठ्यक्रम के साथ उत्कृष्टता केंद्र के रूप में काम करेंगे, जो एनईपी के पहुंच, गुणवत्ता, समानता और समावेशन पर जोर को दर्शाता है।