

कोलकाता : भारतीय उच्चायोग ने पुष्टि की है कि मध्य मोज़ाम्बिक के बेइरा बंदरगाह के पास एक भीषण नौका दुर्घटना में कम से कम तीन भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि पांच अन्य अभी भी लापता हैं। यह हादसा शुक्रवार को उस समय हुआ जब एक लॉन्च बोट नियमित चालक दल के स्थानांतरण के लिए तट पर लंगर डाले एक टैंकर की ओर जा रही थी। नाव पर कुल 14 भारतीय नागरिक सवार थे, जब यह अचानक पलट गई। दुर्घटना के सटीक कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है, हालांकि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मौसम की स्थिति और तकनीकी खराबी को लेकर जांच जारी है।
भारतीय उच्चायोग ने बताया कि पांच लोगों को बचा लिया गया है और वे सुरक्षित हैं। इनमें से एक व्यक्ति का इलाज बेइरा के एक स्थानीय अस्पताल में किया जा रहा है। शेष पाँच लापता भारतीयों की तलाश के लिए स्थानीय तटरक्षक बल, समुद्री सुरक्षा एजेंसियां और राहत दल लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। उच्चायोग ने कहा है कि वे मोज़ाम्बिक के अधिकारियों के साथ निकट संपर्क में हैं ताकि लापता नागरिकों को जल्द से जल्द खोजा जा सके और मृतकों के शव भारत लाने की प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा किया जा सके।
मृत भारतीय नागरिकों के परिवारों को सूचित कर दिया गया है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। उच्चायोग ने जानमाल के नुकसान पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “बेइरा बंदरगाह के पास हुई इस दुखद नाव दुर्घटना में तीन भारतीय नागरिकों की मृत्यु पर हम अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। मिशन इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के संपर्क में है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।”
इस घटना के बाद भारत सरकार ने भी चिंता व्यक्त की है और कहा है कि वह स्थानीय प्रशासन से मिलकर राहत एवं बचाव कार्यों में हर संभव मदद देगी। बेइरा बंदरगाह मोज़ाम्बिक का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है और यहां अंतरराष्ट्रीय नौवहन गतिविधियां नियमित रूप से होती हैं। इस हादसे ने समुद्री सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनकी जांच स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा की जा रही है।