कोलकाता: एक तरफ जहां बिहार में साल के अंत अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं। तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत की राजनीति में एंट्री को लेकर चर्चाएं जोरो पर है। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार सियासत से कोसो दूर रहे हैं।
वैसे तो नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जदयू (जनता दल यूनाइटेड) के कई नेता समय-समय पर निशांत को सियासत में लाने की मांग करते रहे हैं। लेकिन, नीतीश कुमार ने हमेशा उन्हें राजनीति से दूर ही रखा है। अब एक बार फिर से निशांत के सियासी आगाज को लेकर राजनीतिक अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
हालांकि, अब तक नीतीश कुमार राजनीति में परिवारवाद को लेकर अपने विरोधियों पर मुखर होकर बोलते थे। क्योंकि, उन्होंने अपने बच्चे को राजनीति से कोसों दूर रखा था। लेकिन, अब निशांत के राजनीति में उतारने को लेकर जदयू में मंथन का दौर चल है। जदयू के कई नेता तो उनके स्वागत को तैयार बैठे हैं। उनका मानना है कि नीतीश कुमार के राजनीतिक उत्तराधिकारी कोई बाहर वाला नहीं बल्कि उनका अपना खून ही होना चाहिए। कई मीडिया रिपोर्ट ये संकेत दे रहे हैं कि होली के बाद निशांत कुमार औपचारिक तौर पर अपने सियासी सफर की शुरुआत कर सकते हैं।
कैसे सुर्खियों में आए निशांत?
दरअसल बीते महीने जनवरी में पटना के बख्तियारपुर क्षेत्र में निशांत अपने पिता नीतीश कुमार के साथ थे। जहां उन्होंने अपने दादा कविराज रामलखन सिंह 'वैद्य' सहित कई स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया। इस दौरान निशांत ने पत्रकारों से कहा कि हो सके तो पिताजी (नीतीश कुमार) को, उनकी पार्टी को आप सब जनता वोट करें। फिर से लाएं, उन्होंने अच्छा काम किया है।
निशांत के बातचीत का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। क्योंकि, निशांत कभी भी मीडिया से सीधे रूबरू नहीं होते हैं। यहीं से अटकलों का बाजार गर्म हो गया। जब कुछ मीडियाकर्मियों ने उनसे चुनाव पर सवाल पूछा तो उन्होंने सभी को नए साल की शुभकामना देता हूं। अपने पिता को वोट करने की बात कही। हालांकि, कोई राजनीतिक टीका-टिप्पणी नहीं की। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह राजनीति में शामिल होंगे? तो निशांत बस मुस्कुराए और वहां से चलते बने।
वैसे राजनीति में एंट्री को लेकर जब पिछले साल उनसे पूछा गया था तब निशांत ने साफ इंकार करते हुए कहा था कि 'आध्यात्म के मार्ग' पर चलेंगे। वैसे नीतीश कुमार के बेटे निशांत के प्रोफाइल की बात करें तो वो पेशे से एक कंप्यूटर इंजीनियर हैं। वे कभी भी राजनीति में सक्रिय नहीं रहे। कभी-कभी पूजा-पाठ के अवसरों पर मुख्यमंत्री आवास से उनकी तस्वीरें जारी की जाती हैं।