अयोध्या: भव्य राम मंदिर में रामलला की मूर्ति स्थापित हो चुकी है। शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच रामलला अपने भव्य गर्भगृह में विराजमान हुए। देश की कई बड़ी हस्तियां समारोह में शामिल हुए। क्रिकेटर विराट कोहली से लेकर बॉलीवुड के कई बड़े सुपरस्टार कार्यक्रम में शामिल हुए। कारोबारी मुकेश अंबानी भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। रामलला के मंदिर के गर्भगृह में माता सीता की प्रतिमा स्थापित नहीं होगी। आपको बताते हैं कि मंदिर-मंदिर में कौन सी मूर्ति का आप दर्शन कर पाएंगे।
राम मंदिर में कौन- कौन सी मूर्ति होगी स्थापित ?
रामलला मंदिर में श्री रामजी की तीन मूर्तियां मौजूद हैं। इनमें से दो मूर्तियां दक्षिण भारत के मूर्तिकारों द्वारा काले पत्थर से तथा एक मूर्ति संगमरमर पत्थर से निर्मित है। इस मूर्ति का निर्माण राजस्थान के एक मूर्तिकार ने किया था। ये तीनों मूर्तियां मंदिर के तीनों हिस्सों में बने मंदिरों में स्थापित हैं।
परिसर में कई अन्य मंदिर भी होंगे
मंदिर परिसर में कई अन्य मंदिर भी होंगे, जिनमें श्री रामजी के तीनों भाइयों का मंदिर भी शामिल है। इसके अलावा इस मंदिर में 13 और मंदिर होंगे। यहां भगवान सूर्य, भगवान शिव, माता सीता, गणपति जी, जटायु, हनुमान जी, ऋषि वाल्मिकी, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, शबरी, निषाद राजा और देवी अहिल्या के मंदिर भी होंगे।
क्यों गर्भगृह में अकेले स्वरूप में हैं श्रीराम ?
श्रीराम मंदिर में युवा श्रीराम जी की मूर्ति नहीं बल्कि श्री राम की 5 वर्ष की आयु की मूर्ति होगी। इस उम्र में श्री रामजी का विवाह देवी सीता से नहीं हुआ था। इसलिए मंदिर के गर्भगृह में देवी सीता श्री राम के साथ मौजूद नहीं हैं। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि सीता माता मंदिर परिसर में कहीं नहीं दिखती हैं। राम दरबार में राम के साथ-साथ सीता माता और लक्ष्मण संग हनुमान जी भी नजर आएंगे। रामलला मंदिर के अलावा आप अयोध्या में विभिन्न स्थानों पर रामजी मंदिरों के दर्शन करेंगे जहां माता सीता की मूर्ति भी श्रीराम के दिखेंगी।