भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में BJP के बंपर जीत के बाद सीएम के नाम को लेकर काफी चर्चा हो रही थी। आज(11 दिसंबर) BJP के विधायकों की बैठक में नए सीएम और डिप्टी सीएम का ऐलान हो गया। मोहन यादव को सीएम बनाने के साथ ही दो डिप्टी सीएम के नामों का भी ऐलान किया है। दो डिप्टी सीएम में जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला का नाम पर मुहर लगी है। आपको बताते हैं कि सीएम और डिप्टी सीएम बनाने के पीछे क्या मकसद हो सकती है।
कौन हैं जगदीश देवड़ा ?
जगदीश देवड़ा पिछली शिवराज सरकार में मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री रह चुके हैं। जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ विधानसभा सीट से विधायक हैं और SC जाति से आते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह छह बार से लगातार विधायक हैं। शिक्षा के क्षेत्र में जगदीश देवड़ा ने अर्थशास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स पूरा किया है।
हर जाति को साधना BJP का टार्गेट
इन नामों के ऐलान के पीछे BJP की एक खास रणनीति भी दिखती है। दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने सीएम मोहन यादव के नाम का ऐलान किया जो ओबीसी वर्ग से आते हैं। यादव जाति के होने की वजह से इसका सियासी असर यूपी और बिहार पर भी पड़ सकता है। वहीं, दो डिप्टी सीएम में राजेंद्र शुक्ला ब्राह्मण वर्ग से आते हैं जो रीवा सीट से विधायक हैं। वहीं जगदीश देवड़ा मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ से विधायक हैं और SC जाति से आते हैं। जबकि नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना की दिमनी से विधायक हैं और ठाकुर जाति से आते हैं। ऐसे में बीजेपी ने हर जाति और हर इलाके को साधने की कोशिश की है।
OBC वर्ग से हैं सीएम
उज्जैन दक्षिण से मोहन यादव विधायक हैं। मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं। कयास लगाए जा रहे थे कि राज्य का सीएम OBC ही बन सकता है। मोहन यादव की उम्र 58 साल बताई जा रही है। मोहन यादव की शैक्षणिक योग्यता के बारे में बात की जाए तो उन्होंने बीएससी, एलएलबी की पढ़ाई की है। उनके राजनीतिक सफर की बात करें तो साल 1982 में उन्होंने छात्र संघ का चुनाव जीता था। 2013 में मोहन यादव पहली बार विधायक बने थे और 2018 में दोबारा चुनाव जीतने के बाद पार्टी ने उन्हें उच्च शिक्षा मंत्री बनाया था। मोहन यादव के साथ दो डिप्टी सीएम भी बनाए गए हैं। जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को डिप्टी सीएम बनाया गया है। वहीं स्पीकर की जिम्मेदारी नरेंद्र सिंह तोमर को सौंपी गई है।