
भोपाल : केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई द्वारा अपने जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के लिए नर्मदापुरम जिले के पर्वतीय पर्यटन कस्बे पचमढ़ी में आयोजित 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश भाजपा प्रमुख वी डी शर्मा मौजूद थे। बताया गया कि शाह ने यहां प्रशिक्षण वर्ग में प्रतिभाग करने वाले पार्टी नेताओं को विवादित बयान न देने की नसीहत दी। बताया गया कि सत्तारूढ़ पार्टी के 165 विधायक, 29 लोकसभा और सात राज्यसभा सदस्य इस शिविर में भाग ले रहे हैं और वे ‘ब्रेक (अवकाश)’ के अलावा मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करेंगे।
पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि अन्य बातों के अलावा, प्रतिभागियों को सार्वजनिक रूप से संवाद करने और सोशल मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के बारे में मार्गदर्शन मिलेगा। नये सदस्यों को भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति और इतिहास से भी अवगत कराया जाएगा। राज्य में 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले इसी तरह का एक शिविर आयोजित किया गया था। शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि समापन के दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शिविर को संबोधित करेंगे। भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष और केंद्रीय मंत्री तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य बड़े नेताओं के पहले दिन व्याख्यान देने की उम्मीद है।
यह शिविर हाल में प्रदेश भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा की गई कथित गलतियों की पृष्ठभूमि में आयोजित किया जा रहा है, हालांकि पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण शिविर नियमित रूप से आयोजित किये जाते हैं और इसका इन हालिया घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। पिछले महीने आदिवासी मामलों के मंत्री विजय शाह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सरकारी ब्रीफिंग का नेतृत्व करने वाले अधिकारियों में से एक कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे। उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की इस बयान पर आलोचना की गई कि आतंकवादियों और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सशस्त्र बल और सभी सैनिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने 'नतमस्तक' हैं। इसके एक दिन बाद, रीवा जिले के मंनगवां से पहली बार भाजपा विधायक बने नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम ‘संयुक्त राष्ट्र’ के आदेश के बाद हुआ।