नगालैंड में लिंग आधारित हिंसा के 1529 मामलों का निपटारा

‘सखी वन स्टॉप केंद्रों’ की पहल से हुआ संभव
कार्यक्रम की एक तस्वीर
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दीमापुर : समाज कल्याण विभाग के सचिव और ‘मिशन शक्ति’ नगालैंड के मिशन निदेशक बोडेनो एस. कोलो ने बताया कि नगालैंड में ‘सखी वन स्टॉप सेंटर (ओएससी)’ ने लिंग आधारित हिंसा के 1529 मामलों का निपटारा किया, जबकि 181-महिला हेल्पलाइन (डब्ल्यूएचएल) ने जून 2016 में अपनी स्थापना के बाद से मार्च 2025 तक लगभग 3299 प्रभावी कॉलों का निपटारा किया।

कोहिमा स्थित ‘मिशन शक्ति’ कार्यालय में 181-महिला हेल्पलाइन नगालैंड और ‘सखी-वन स्टॉप सेंटर’ के पदाधिकारियों के लिए आयोजित व्यक्तिगत प्रशिक्षण में दोनों योजनाओं के केस डेटा पर प्रकाश डालते हुए बोडेनो एस कोलो ने ओएससी और डब्ल्यूएचएल की सेवाओं की सराहना की, जो लिंग आधारित हिंसा से प्रभावित महिलाओं की मदद के लिए निरंतर सेवा कर रहे हैं। गुरुवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘मिशन शक्ति’ नगालैंड, सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र, गुवाहाटी, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान, बैंगलोर और उन्नत कंप्यूटिंग विकास केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से 19 अगस्त से आयोजित किया गया था। इसका उद्देश्य लैंगिक हिंसा से प्रभावित महिलाओं को मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने में दोनों मिशन शक्ति केंद्रों के पदाधिकारियों की क्षमता और सेवा वितरण को सुदृढ़ करना और केंद्रों के सुचारू संचालन के लिए तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना था। कोलो ने कहा कि डब्ल्यूएचएल हिंसा से प्रभावित और सहायता एवं जानकारी चाहने वाली महिलाओं को पुलिस, अग्निशमन और एम्बुलेंस जैसी सभी आपातकालीन सेवाओं के लिए 112-आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली से जोड़कर 24 घंटे टोल-फ्री दूरसंचार सेवाएं प्रदान करता है। डब्ल्यूएचएल महिलाओं से संबंधित सरकारी योजनाओं, कार्यक्रमों, सेवाओं, कानूनी सहायता और मार्गदर्शन के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है। ओएससी हिंसा से प्रभावित और संकटग्रस्त महिलाओं को सार्वजनिक और निजी दोनों ही स्थानों पर एक ही छत के नीचे एकीकृत सहायता और सहयोग प्रदान करते हैं और चिकित्सा, कानूनी, अस्थायी आश्रय, पुलिस सहायता, मनोवैज्ञानिक और परामर्श सहायता सहित विभिन्न सेवाओं तक तत्काल, आपातकालीन और गैर-आपातकालीन पहुंच की सुविधा प्रदान करते हैं। किसी भी प्रकार की हिंसा का सामना करने वाली महिलाएं टोल-फ्री नंबर 181 या 9485239098 पर कॉल कर सकती हैं या राज्य के 11 जिलों में स्थापित ओएससी से संपर्क कर सकती हैं।


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