देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 134वीं जयंती, कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 134वीं जयंती, कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
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नई दिल्ली: देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आज 134वीं जयंती है। इस अवसर पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी जवाहरलाल नेहरू को नमन किया है। इसके कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा कि 'देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू को उनकी जयंती पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।' वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने उन्हें आधुनिक भारत का प्रमुख वास्तुकार बताया।

पूर्व पीएम नेहरू की 134वीं जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अजय माकन सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने शांति वन में नेहरू के स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

राहुल गांधी और खरगे ने किया ट्वीट

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''पंडित जवाहर लाल नेहरू एक सोच हैं – स्वतंत्रता की, प्रगति की, न्याय की. भारत माता को आज अपने 'हिंद के जवाहर' के इन्हीं मूल्यों की ज़रूरत है, एक विचारधारा की तरह, हर दिल में।'' वहीं, खरगे ने एक पोस्ट में कहा, ''पंडित जवाहरलाल नेहरू आधुनिक भारत के प्रमुख वास्तुकार थे। उनके अनुसार, केवल वही लोकतांत्रिक संरचना भारत को एक साथ रख सकती है जो विभिन्न सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक-आर्थिक प्रवृत्तियों को खुद को व्यक्त करने के लिए जगह देती हो।''

बता दें कि जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को हुआ था। आजादी के आंदोलन में जवाहर लाल नेहरू की निर्णायक भूमिका रही थी। 1964 में पंडित नेहरू के निधन के बाद उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

14 नवंबर को बाल दिवस

जवाहर लाल नेहरू का बच्चों के प्रति काफी लगाव था, यही कारण रहा कि वह बच्चों में 'चाचा नेहरू' के नाम से प्रचलित हुए। इससे पहले बाल दिवस UN की तारीख के अनुसार 20 नवंबर को ही मनाया जाता था। जवाहर लाल नेहरू 15 अगस्त 1947 से लेकर 27 मई 1964 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे।

पंडित जवाहर लाल नेहरू एक प्रखर वक्ता, स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानी और नए भारत के शिल्पी थे। देश की आजादी के बाद देश को संवारने के लिए पंचवर्षीय योजनाएं चलाकर उन्होंने देश में कल कारखाने, बांध-नहर का निर्माण किया।

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