कोलकाता: नवरात्रि का पावन त्योहार जारी है। पांचवे दिन मां स्कंदमाता का विधि-विधान से पूजन किया जाता है। कहते हैं कि जो व्यक्ति इस दिन पूरी श्रद्धा के साथ स्कंदमाता का पूजन करता है उसे यश, धन और संतान सुख का आशीवार्द मिलता है। इसके अलावा संतान प्राप्ति की कामना से भी लोग स्कंदमाता की पूजा करते हैं। मां अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उन्हें यश, बल, धन के साथ संतान सुख की प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं। आपको बताते हैं कि स्कंदमाता की पूजन विधि और आरती।
स्कंदमाता की पूजा के नियम
मां स्कंदमाता को पीला व सफेद रंग प्रिय है और इस रंग के वस्त्र धारण करके पूजा की जाए तो मां प्रसन्न होती हैं। इस दिन सुबह जल्दी स्नान करके साफ वस्त्र पहनें और पूजा घर में मां की चौकी बनाएं और उस पर नया और साफ वस्त्र रखें। इसके बाद मां स्कंदमाता की प्रतिमा को वहां स्थापित करें। इसके बाद पूजा घर में गंगा जल से शुद्धिकरण करें। ऐसा करने के बाद लाल पुष्प लेकर स्कंदमाता के मंत्रो के साथ उनका आह्वान करें और मां के स्वरूप का ध्यान करें। मां को धूप, पुष्प,पान, सुपारी, बताशा एवं लौंग आदि चढ़ाएं। उसके बाद स्कंदमाता की आरती करें, आरती के बाद शंख बजाएं और जहां स्कंदमाता की प्रतिमा को स्थापित किया है, वहीं मां को दंडवत प्रणाम करें। इस तरह देवी मां की कृपा आपको शीघ्र मिलेगी और आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होगा।