कब है निर्जला एकादशी ? इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा से मिलेगा बड़ा लाभ

कब है निर्जला एकादशी ? इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा से मिलेगा बड़ा लाभ
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नई दिल्ली: हिंदू धर्म शास्त्रों में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। हर माह दोनों पक्षों की एकादशी को एकादशी का व्रत रखा जाता है। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता है। बता दें कि इस बार 18 जून को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन जल ग्रहण करने की मनाही होती है। वहीं, व्रत के दौरान अगर इन चीजों को नजरअंदाज किया जाए, तो व्रती को व्रत का पूर्ण पुण्य प्राप्त नहीं होता।

मान्यता है कि साधक को 24 एकादशियों के समतुल्य फल की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इस दिन व्रत रखने से यश, कीर्ति, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन कुछ उपाय करने से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। जानें इस दिन क्या उपाय किए जा सकते हैं।

निर्जला एकादशी के दिन करें ये उपाय 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं और जल्द ही निजात पाना चाहते हैं, तो निर्जला एकादशी के दिन स्नान-ध्यान करें और इसके बाद विधि-विधान से लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें। इसके साथ ही जगत के पालनहार और मां लक्ष्मी को एकाक्षी नारियल अर्पित करें। इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के जीवन के सभी दुख दूर होते हैं।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। SANMARG इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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