WBBSE Topper Chandrachur Sen: ‘ब्रेक लर्निंग मेथड’ फॉर्मूले से दसवीं में टॉपर बने चंद्रचूड़ सेन

माता-पिता के साथ छात्र चंद्रचूड़ सेन
माता-पिता के साथ छात्र चंद्रचूड़ सेन
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल बोर्ड ने आज 10वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। कूचबिहार के रामभोला हाई स्कूल के छात्र चंद्रचूड़ सेन इस साल टॉपर बने हैं। 700 अंकों की परीक्षा में उन्हें 693 अंक मिले। 10वीं कक्षा की परीक्षा विद्यार्थी के जीवन की सबसे बड़ी परीक्षा मानी जाती है। किस तरह चंद्रचूड़ इस बार पूरे बंगाल में टॉप किये। इस बारे में मीडिया से बात करते हुए छात्र ने कहा कि उसने ब्रेक लर्निंग पद्धति से पढ़ाई की है और यही उनकी सफलता का राज है। यह ब्रेक लर्निंग मेथड (ब्रेक लर्निंग मेथड) क्या है? आपको आगे इस बारे में बताते हैं।

क्या है ब्रेक लर्निंग पद्धति ?
यह पढ़ाई करने के तरीकों में से एक है। लगातार पढ़ते हुए छात्र उब जाते हैं। इसके अलावा, पढ़ाई के दौरान भूलने की भी संभावना रहती है। इन सब चीजों से छुटकारा पाने के लिए अगर आप कुछ देर पढ़ने के बाद 5-10 मिनट का ब्रेक लेते हैं तो ऐसे में मन भी अच्छा लगता है और पढ़ना में भी ध्यान लगता है। यानी लगातार बिना पढ़े, पढ़ाई के बीच में थोड़ा ब्रेक लेना।

चंद्रचूड़ ने बताया कि वह माध्यमिक परीक्षा की तैयारी के वक्त इसी फॉर्मूले से पढ़ाई कर नंबर वन रैंक हासिल किया है। छात्र चंद्रचूड़ ने आगे कहा, 'मैंने ब्रेक लर्निंग पद्धति का अध्ययन किया है। हर 40 मिनट के बाद 5 मिनट का ब्रेक। यही सफलता है। किसी भी चीज को याद मत करो। आपको विषय को समझना होगा। मैंने पाठ्य पुस्तकें, मैनुअल पढ़े हैं। आपको लिखने का अभ्यास करना होगा। इसमें स्कूल के शिक्षकों के अलावा ट्यूटर भी योगदान देते हैं। लेकिन छात्र हर 1 घंटे के बाद ब्रेक ले सकते हैं।

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