Vastu Tips: वास्तु दोष संबंधी हर परेशानी होगी दूर, घर में करें ये बदलाव | Sanmarg

Vastu Tips: वास्तु दोष संबंधी हर परेशानी होगी दूर, घर में करें ये बदलाव

नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र में आज चर्चा करेंगे कि आपके शरीर के किसी हिस्से में अगर तकलीफ हो गई हो तो किस दिशा की वास्तु में सुधार करने से उस तकलीफ से छुटकारा पाई जा सकती है तो ध्यान दीजिए। अगर दिमागी परेशानी है तो उत्तर पश्चिम, अगर पेट संबंधी परेशानी है तो दक्षिण पश्चिम, अगर पैरों में दिक्कत है तो पूर्व दिशा, अगर कान में परेशानी है तो उत्तर दिशा, अगर हाथों में दिक्कत है तो ईशान कोण (north east), अगर कमर में परेशानी है तो दक्षिण पूर्व (south east), अगर आंखें ठीक रखनी है तो दक्षिण और अगर मुख यानि चेहरे को निरोगी और तरोताजा रखना चाहते हैं तो पश्चिम दिशा के वास्तु को ठीक कीजिये आपको आराम जरूर मिलेगा।

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पूर्व दिशा में सूर्य़ भगवान दर्शन देते हैं। मंदिर बनवाने के लिए भी घर की पूर्व या उत्तर दिशा को ही चुना जाता है क्योंकि ये दिशाएं शुभ होती हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पूर्व दिशा में सीढ़ियों का निर्माण कभी भी नहीं करवाना चाहिए। पूर्व दिशा में सीढ़ियों का निर्माण करवाने से घर की सुख-शांति पर उल्टा असर पड़ता है और घर के सदस्यों पर भी इसका असर पड़ता है। परिवार के लोगों को मिलने वाले अच्छे अवसर भी धीरे-धीरे हाथ से फिसल जाते हैं। इसके अलावा पूर्व दिशा में सीढ़ियों का होना हृदय संबंधी समस्या का कारक बनती हैं।

वास्तु के अनुसार, इस वास्तु टेक्निक से आप घर के आग्नेय कोण में सीढ़ियां भी बनवा लेंगे और आपको कोई परेशानी भी नहीं होगी। वास्तु शास्त्र के अनुसार आप आग्नेय कोण की दक्षिण दिशा में सीढ़ियांबनवा सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि ये सीढ़ियां पूर्व दिशा की दीवार को स्पर्श न करें। इसके अलावा यदि आप अपने घर में घुमावदार सीढ़ियां बनवाना चाहते हैं तो हमेशा सीढ़ियों का घुमाव घड़ी के घुमने की दिशा में ही होना चाहिए। इस तरह की सीढ़ियों के घुमाव के लिए पूर्व से दक्षिण दिशा, दक्षिण से पश्चिम दिशा, पश्चिम से उत्तर और उत्तर से पूर्व दिशा का चयन करना चाहिए।

( यह जानकारी इंटरनेट से ली गई है। Sanmarg इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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