

कोलकाता : कश्मीर की खूबसूरत वादियों में घूमने का सपना लेकर पश्चिम बंगाल से काफी पर्यटक वहां जाते हैं, लेकिन गत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद वहां काफी पर्यटक फंस गये हैं। पश्चिम बंगाल से 13 पर्यटकों का समूह गत 22 अप्रैल को ही कश्मीर पहुंचा था। हमले के कारण अगले दिन, रात तक वे लोग होटल में ही रुके थे। 24 तारीख को उन लोगों ने वैष्णो देवी का दर्शन किया और अगले दिन सुबह श्रीनगर के लिए निकले। हालांकि भूस्खलन के कारण रास्ते में काफी ट्रैफिक जाम में उन्हें फंसना पड़ा।
दिन भर के इंतजार के बाद दूसरे रास्ते से होते हुए श्रीनगर पहुंचे। अगले दिन सभी पर्यटक सिनथन टॉप जाने के लिए निकले, लेकिन रास्ते में उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। ग्रुप में मौजूद एक पर्यटक अनिर्वान साहा ने सन्मार्ग को बताया, ‘हम लोग सुबह लगभग 8 बजे सिनथन टॉप के लिए निकले और सुबह 9.30 बजे के करीब एक चेक प्वाइंट पर पहुंचे। यहां सेना के जवानों ने सभी 13 पर्यटकों के आधार कार्ड चेक किये और इसके बाद सभी पर्यटक आगे बढ़े। लगभग ढाई घण्टे के बाद हम लोग दूसरे चेक प्वाइंट पर पहुंचे जहां हमें कहा गया कि यहां से आगे नहीं जा सकते। हम लोग सुबह से बगैर खाये-पीये निकले थे, लेकिन पहले चेक प्वाइंट पर तैनात सेना के जवानों के साथ दूसरे चेक प्वाइंट पर तैनात सेना के जवानों का कोई तालमेल नहीं रहने के कारण हमें समस्या झेलनी पड़ी।’
दोगुना से अधिक बढ़ा खर्च
अनिर्वान साहा ने बताया, ‘हमारा 4 से 5 लाख का बजट था, लेकिन यह खर्च दोगुना से भी अधिक बढ़ गया है। केवल शुक्रवार को ही 15 हजार रुपये खर्च हो गये। किश्तवार में होटल वालों ने हमें लूटा। होटल में 1300 रुपये किराया लिया गया जो होटल की स्थिति के अनुसार काफी अधिक था। 5 प्लेट चावल, दाल और पनीर के लिए हमसे 2200 रुपये लिये गये। पहले हमें 4,000 रुपये इसके लिए देने को कहा गया था।’ उन्होंने कहा, ‘यहां काफी लोग अच्छे हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस मुश्किल की घड़ी में अपनी रोटी सेंक रहे हैं। हम इतने रुपये खर्च कर यहां कश्मीर घूमने केे लिए आये थे, लेकिन वैष्णो देवी के अलावा कहीं और नहीं घूम पाये। सभी टूरिस्ट स्थान बंद कर दिये गये हैं जिस कारण यहां काफी मुश्किलें हो रही हैं।’