कोलकाता : कोलकाता के मशहूर पूजा पंडालों में से एक है श्रीभूमि पूजा पंडाल। यहां का पूजा इतना मशहूर है कि यहां दूर-दराज से लोग आते हैं। दर्शनार्थियों की भीड़ से वीआइपी रोड जाम हो जाता है जो उल्टोडांगा, चिंगरीघाटा जंक्शन से लेकर ईएम बाइपास तक प्रभावित करता है। इसलिए उत्तर में इस पूजा के कारण कोलकाता पुलिस पर भी ट्रैफिक जाम से निपटने का दबाव रहता है। लालबाजार यह सुनिश्चित करना चाहता है कि इस बार ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।
सूत्रों के मुताबिक, इसी वजह से कोलकाता पुलिस के अधिकारियों ने हाल ही में विधाननगर पुलिस के साथ बैठक की। वैसे वीआईपी रोड पर आगंतुकों को खड़े होने की इजाजत नहीं होती है। पैदल चलने वालों को सबवे के जरिए सड़क पार करनी होती है। हर साल पंडाल में आगंतुकों के प्रवेश के लिए पहले से ही सर्विस रोड का उपयोग किया जाता है। फिर भी, कई पैदल यात्री प्रमुख सड़कों पर यात्रा करते हैं। जिसका असर यातायात पर पड़ता है।
रास्ते को टीन की बैरिकेडिंग से घेरा जाएगा
इस बार निर्णय लिया गया है कि पंडाल तक जाने वाले रास्ते को टीन की बैरिकेडिंग से घेरा जाएगा। पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी भी मौजूद रहेंगे। वे यह सुनिश्चित करेंगे कि आगंतुक सर्विस रोड से बाहर न जा सकें। यह भी निर्णय लिया गया है कि उल्टोडांगा से हवाई अड्डे की ओर जाने वाले वाहनों को चिंगरीघाटा से न्यू टाउन की ओर मोड़ दिया जाएगा। फिर, हवाई अड्डे से कोलकाता जाने वाले वाहनों को न्यूटाउन के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा।
सीसीटीवी से भी पैनी नजर रखी जाएगी
शुरूआती दौर में यह निर्णय लिया गया है कि पंचमी से दशमी तक शाम 6 बजे से अगली सुबह 5 बजे तक उल्टोडांगा-केस्टपुर ऑटो यातायात जारी रहेगा। वीआईपी रोड पर यातायात नियंत्रित करने के लिए दो उपायुक्त, चार सहायक आयुक्त सहित पर्याप्त पुलिस कर्मी मौजूद रहेंगे। बिधाननगर कमिश्नरेट के मुख्यालय में अधिकारी सीसीटीवी से स्थिति पर नजर रखेंगे।
क्लब के सदस्य भी रहेंगे सक्रिय
बिधाननगर कमिश्नरेट के एक अधिकारी ने कहा, ”हमने कोलकाता पुलिस से बात की है।” इस बार कुछ नए कदम उठाए जाएंगे। पुलिस का दावा है कि नए सिस्टम में वाहनों की गति को नियंत्रित करने के अलावा कोई दिक्कत नहीं होगी। श्रीभूमि के संस्थापकों में से एक और अग्निशमन मंत्री सुजीत बसु ने कहा, ‘हमने इस बार निजी संगठनों से अतिरिक्त कर्मचारियों को भी काम पर रखा है ताकि आगंतुकों के लिए वीआईपी रोड पर यातायात की कोई समस्या न हो। क्लब के सदस्य भी इस बात पर नजर रखेंगे की लोगों को दिक्कतों को सामना ना करने पड़े।