आलू हड़ताल से निपटने के लिए मंत्री ने आज बुलायी अहम बैठक

आलू हड़ताल से निपटने के लिए मंत्री ने आज बुलायी अहम बैठक
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जरूरत पड़ी को कड़े कदम उठाने में पीछे नहीं रहेंगे : मंत्री
लगाया आराेप : कुछ व्यवसायी संगठन कर रहे हैं मनमानी
हड़ताल बुलाने के पीछे राजनीति
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : आलू व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर अन्य राज्य में आलू जाने से जुड़ी जटिलताओं का समाधान नहीं किया गया तो वे हड़ताल पर चले जायेंगे। इससे खुले बाजार में आलू की कीमत फिर बढ़ने की आशंका पैदा हो गयी है। राज्य में आलू मुद्दे पर नवान्न पूरी नजर रख रहा है। कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने आज अहम बैठक बुलायी है। मंत्री ने कहा कि आलू की कीमत को नियंत्रित करने के लिए हम प्रतिबद्ध है। गड़बड़ी दूर करने के लिए सोमवार को एक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विभागीय अधिकारी और हिमघरों के डायरेक्टर उपस्थित रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक की रिपोर्ट नवान्न में दी जायेगी जिसके बाद आगे का फैसला लिया जायेगा।
कुछ व्यवसायी के कारण हो रही है समस्या
मंत्री ने कहा कि समस्या यह है कि भंडारित आलू 30-40 कुछ व्यापारियों ने जमा करके रखा है। हम सभी स्टोर की सूची बना रहे हैं। जरूरत पड़ी तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इस मामले पर ही हम जरूरी बैठक करने जा रहे हैं। क्या आलू व्यापारियों का एक वर्ग सरकार को 'ब्लैकमेल' कर रहा है? मंत्री ने कहा कि हमें राजनीतिक रूप से ऐसा ही लगभग लग रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हड़ताल आगे बढ़ाने में राजनीतिक उदेश्य है। अगर आम जनता का समस्या होती है तो राज्य सरकार कड़ा कदम उठायेगी।
नया आलू आने में लगेंगे 45 दिन
मंत्री ने कहा​ कि नया आलू पूरी तरह से आने में 15 जनवरी तक का समय लगेगा। इस बार 4.5 लाख मैट्रिक टन आलू का उत्पादन कम हुआ है। ऐसे में अभी जितना आलू है उसे राज्य को 45 दिनों तक चलाना होगा। चक्रवात के कारण आलू का नुकसान भी हुआ है।

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