

सन्मार्ग संवाददाता
हुगली : आस्था की डगर में भारी कलश पड़ा हल्का, बोल बाम के नारों के साथ आज गुजमान होगा वैद्यवाटी तारकेश्वर मार्ग। वैद्यवाटी की निमाई तीर्थ घट पर आस्था की डुबकी लगनेवाले श्रद्धालु गंगा का पवित्र जल में स्नान कर कलश में गंगाजल भर कर उन्हें कावड़ में लाद कर तारकेश्वर धाम भोले बाबा की नगरी की तरफ सावन माह की पहला सोमवारी जलाभिषेक करने कूच कर गए हैं। इनकी कलश भारी है, लेकिन आस्था ने उसे हल्का कर दिया। सहर्ष इस कावड़ को लेकर तारकेश्वर वैद्यवाटी पथ पर सावन के फुहार में भींगे हुए बोल बम, तारक बम जयकारा के साथ आगे बढ़ रहे हैं। लगभग 43 किलोमीटर मार्ग है ,लेकिन इन्हें बिना थके पाव ऐसे आगे बढ़ रहे कैसे मानो भगवान शिव अपनी ओर खींच रहे हैं। राज्य सरकार भी इस मौके पर अपना जिंदादिली दिखा रही है।राज्य सरकार की ओर से पूरे मार्ग प्रकाश, शौचालय, पेयजल, विश्राम गृह की व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार की ओर से दो मंत्री बेचाराम मन्ना, स्नेहाशीष चक्रवर्ती को विशेष दायित्व दिया गया है। इस दायित्व के घेरे में मंत्री महोदय की धर्मपत्नी तथा विधायक डॉ करबी मन्ना हैं। इस पूरी सरकारी व्यवस्था की निगरानी के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिलाधिकारी मुक्ता आर्या, चंदननगर पुलिस कमिश्नर अमित पी जवलगी, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कामनाशिष सेन, एसडीओ चंदननगर विष्णु दास, एसडीओ श्रीरामपुर शंभूद्वीप सरकार महत्वपूर्ण दायित्व दे रखा है। इनके अलावा वैद्यवाटी नगरपालिका के चेयरमैन पिंटू महतो एवं तारकेश्वर नगरपालिका उत्तम कुंडू , हुगली जिला परिषद के सभाधीपती रंजन धारा, सिंगूर और हरिपाल ब्लॉक के बीडीओ एवं 13 ग्राम पंचायत के सदस्यगण सेवा कार्य में जुट हुए हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतेजाम : घाट से लेकर सड़क और मंदिर तक तीर्थयात्रियों की सुरक्षा चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है।जिलाधिकारी ने बताया कि श्रद्धालु और लोगों की सुविधा के लिए वेबसाइट जारी की गई है। अब यह कावड़ यात्रा हाईटेक हो चुका है। पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है। मंत्री बेचा राम ने कहा कि मंदिर के महाराज से सावन माह भर मंदिर रात भर खोलने के लिए निवेदन किया गया। उन्होंने पूरे सावन माह में रात भर मंदिर खुले रखने के निवेदन को स्वीकार किया हैं। राज्य सरकार ने पूर्व रेल से पूरी रात ट्रेन चलने का निवेदन किया और रेल बोर्ड ने निवेदन स्वीकार किया है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने श्रावणी मेले को अधिक महत्व दे रही है। उनके निर्देश पर राज्य 7 मंत्री और विभागीय सचिव मेले की सुगमता के लिए जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करके गए।