Kolkata Pollution: कई दिनों से कोलकाता में प्रदूषण से हालत खराब, AQI खराब स्तर पर

Kolkata Pollution: कई दिनों से कोलकाता में प्रदूषण से हालत खराब, AQI खराब स्तर पर
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कोलकाता : मैदान इलाके को कोलकाता का 'लंग्स' कहा जाता है। ऐसे में मैदान इलाके में पर्यावरण पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाना चाहिये। हालांकि पिछले कुछ दिनों से मैदान इलाके में प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ी हुई है। यहां पुस्तक मेला तो कई वर्षों से बंद हो गया है, लेकिन इसके बावजूद प्रदूषण बढ़ गया है। बुधवार को विक्टोरिया मेमोरियल व मैदान इलाके का AQI 201 दर्ज किया गया यानी यहां प्रदूषण खराब स्थिति में है। प्रदूषण की स्थिति खराब होने पर लाेगों को सांस लेने में तकलीफ की समस्या बढ़ जाती है। बताया गया कि विक्टोरिया में बुधवार को प्रदूषण की स्थिति WHO के प्रस्तावित 24 घंटे वायु गुणवत्ता गाइडलाइन मानकों से 14 गुना अधिक रही।

पिकनिक पार्टियों में खूब हुआ थर्मोकॉल का इस्तेमाल : पर्यावरणविद सौमेंद्र मोहन घोष ने कहा, 'विभिन्न पिकनिक पार्टियों में थर्मोकॉल और सिंगल यूज्ड पॉली बैग का काफी इस्तेमाल किया गया जो अब तक मैदान इलाके में फैले हुए हैं। माइक्राे प्लास्टिक को बकरी और भेड़ खा रहे हैं जिनके माध्यम से लोगों के शरीर में भी यह आ रहा है। प्लास्टिक के डिकम्पोज होने की दर सूर्य प्रकाश पर निर्भर करती है क्योंकि यह सूरज से रेडिएशन को अब्जॉर्व कर छाेटे टुकड़ाें में बदल जाता है। इन्हें हटाने के लिये केएमसी के कर्मियों द्वारा इन्हें जला दिया जा रहा है। हालांकि प्लास्टिक जलाने से जो धुआं फैलता है, उससे कैंसर का भी डर है।' यहां उल्लेखनीय है कि 1 जुलाई 2022 से ही भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन कर दी गयी है। वहीं 1 जनवरी 2020 से प्लास्टिक बैग की थिकनेस 120 माइक्रोन कर दी गयी। सौमेंद्र मोहन ने कहा, 'थर्मोकॉल जलाना काफी खतरनाक होता है क्योंकि इससे कार्बन मोनोऑक्साइड समेत अन्य जहरीले गैस निकलते हैं। पॉलिस्ट्रीन जिसे स्टायरोफोम भी कहते हैं, वह जमीन के लिये भी काफी खतरनाक होता है।'

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