

अजमेर : राजस्थान के अजमेर में सोमवार को रामनगर दयानंद कॉलोनी निवासी आशा त्रिपाठी सीनियर सेकेंडरी स्कूल हाथीखेड़ा से टीचर के पद से रिटायर्ड हुईं। आशा त्रिपाठी ने टीचर के पद पर रहते हुए 35 साल तक अपनी सेवाएं दीं। आशा त्रिपाठी के रिटायरमेंट की विदाई समारोह के बाद उनके पति सूर्यकांत त्रिपाठी उन्हें 4 करोड़ की लग्जरी इंपोर्टेड कार लिमोजिन में स्कूल से ढोल धमाकों के साथ दयानंद कॉलोनी स्थित अपने घर ले गए। टीचर आशा त्रिपाठी ने बताया कि पति और उनके बच्चों की ख्वाहिश थी कि उनका रिटायरमेंट कुछ खास हो। उन्होंने सपनों में भी नहीं सोचा था कि वह इस तरह के लग्जरी गाड़ी में रिटायरमेंट के मौके पर घर पर जाएंगी। इसे लेकर वह अपने पति, बच्चों और परिवार के सभी सदस्यों को धन्यवाद देती हैं।
रिटायरमेंट यादगार रूप में मनाने की इच्छा
आशा त्रिपाठी के पति सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि 35 साल उनकी पत्नी ने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे। उनका रिटायरमेंट यादगार रूप में मनाने की इच्छा थी। उनकी इच्छा थी कि उनकी पत्नी रिटायरमेंट विदाई समारोह में स्कूल से हेलीकॉप्टर से घर पर पहुंचे, लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर का इंतजाम नहीं हो पाया। हेलीकॉप्टर नहीं मिला तो सूर्यकांत त्रिपाठी ने दिल्ली से इंपोर्टेड 26 फुट लंबी लिमोजिन गाड़ी मंगवाई और रिटायरमेंट विदाई समारोह के बाद अपनी पत्नी को उस लग्जरी गाड़ी से घर पर लेकर गए, जिससे कि उनका यह विदाई समारोह यादगार बने। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हाथीखेड़ा से टीचर के पद पर आशा त्रिपाठी सोमवार को रिटायर हुई।
टीचर और बच्चे भावुक दिखें
टीचर त्रिपाठी के रिटायरमेंट के मौके पर कई टीचर और बच्चे भावुक भी दिखाई दिए। साथ ही टीचर और बच्चों ने हंसी खुशी डांस करते हुए उन्हें विदाई दी। स्कूल की टीचर निर्मला टांक ने बताया कि टीचर आशा त्रिपाठी का स्कूल में बहुत अच्छा सहयोग रहा था। बच्चों को मन लगाकर उन्होंने हिंदी और Maths पढ़ाई थी। बच्चों को टीचर के रिटायरमेंट की जानकारी मिलते ही बच्चों के द्वारा गिफ्ट और केक की तैयारी भी की गई। स्कूल के बच्चों ने टीचर के रिटायरमेंट पर कहा कि टीचर के द्वारा उन्हें बहुत अच्छा पढ़ाया जाता था, जिससे क्लास में उनके अच्छे मार्क्स भी आते थे। टीचर आशा त्रिपाठी के रिटायरमेंट पर उन्हें खुशी के साथ दुख भी हो रहा है।