मेघा, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : मेट्रो रेलवे ने स्पष्ट किया है कि मेट्रो ट्रेनों के दरवाजे जानबूझकर रोकने या बाधित करने वाले यात्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हाल ही में एक ऐसी ही घटना सामने आई है, जिससे यात्रियों और मेट्रो कर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मिली जानकारी के अनुसार, 13 दिसंबर 2025 को जय हिंद बिमानबंदर से नोआपाड़ा जाने वाली येलो लाइन की मेट्रो रेक (एमआर-514) के कोच संख्या 5054 के दरवाजा नंबर-2 को दमदम कैंटोनमेंट स्टेशन पर एक महिला यात्री ने जानबूझकर रोक दिया। बताया गया है कि उसने अपने साथी को ट्रेन पकड़ने का मौका देने के लिए ऐसा किया। इस वजह से ट्रेन को जबरन रोका गया और सेवा में देरी हुई, जिससे अन्य यात्रियों को असुविधा हुई। स्थिति को संभालने के लिए ट्रेन के मोटरमैन को अपनी सीट छोड़कर स्वयं दरवाजा बंद करना पड़ा, तब जाकर ट्रेन आगे बढ़ सकी। इस तरह की घटनाओं से मेट्रो चालक दल को भी अनावश्यक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। मेट्रो रेलवे ने बताया कि संबंधित यात्री की पहचान करने और नियमों के अनुसार उचित कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि बैग, शरीर का बल लगाकर, दरवाजे पर झुककर या किसी भी तरीके से मेट्रो के दरवाजों को बाधित करने पर जुर्माना और अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मेट्रो रेलवे, कोलकाता ने यात्रियों से अपील की है कि वे सुरक्षित, तेज और निर्बाध सेवा बनाए रखने में सहयोग करें। मेट्रो शहर की शान है और इसकी गरिमा बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। अधिकारियों ने कहा कि मेट्रो रेक और स्टेशनों में लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए इस तरह की गतिविधियों की आसानी से पहचान की जा सकती है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी मेट्रो यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे न केवल स्वयं ऐसे कृत्यों से बचें, बल्कि यदि कोई सह-यात्री इस तरह की हरकत करता दिखे तो उसे रोकें, ताकि सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।