कोलकाता : हिन्दू धर्म में कृष्ण पक्ष की की प्रत्येक चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाया जाता है। इस तरह एक साल में कुल 12 शिवरात्रि आती हैं, जिसमें पवित्र सावन माह की शिवरात्रि का विशेष महत्व है। भगवन शिव के प्रिय महीने की शिवरात्रि एक खास अवसर है, जो हमें महादेव को शीघ्र प्रसन्न करने का एक विशेष मौका देता है। मान्यता है कि सावन शिवरात्रि भोलेनाथ और मां पार्वती पूजा और कुछ खास उपाय करने से आयु, बल, प्रतिष्ठा और सौभाग्य में वृद्धि होती है। आइए जानते हैं, सावन शिवरात्रि से जुड़े कुछ विशेष उपाय।
बेलपत्र के उपाय
शिवपूजा में बेलपत्र का बेहद महत्व है। यूं तो भगवान शिव एक लोटे जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन बेलपत्र चढ़ाने से बाबा भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। मान्यता है कि बेलपत्र के तीन पत्तों में सत, रज और तम गुण होते है। साथ ही, ये देवाधिदेव शिव के तीन नेत्रों के भी प्रतीक हैं। इन सभी के कर्ता-धर्ता और संचालक स्वयं महादेव हैं। इसलिए कहा जाता है कि बेलपत्र के बिना भगवान शिव की पूजा अधूरी रहती है। यदि घर में धन कमी बनी रहती है, तो सावन की शिवरात्रि पर शिवलिंग पर चढ़ाए गए तीन बेलपत्र के पत्ते अपने घर ले आएं। उन पर चंदन से ॐ नम: शिवाय लिख कर अपन धन के स्थान या अपनी तिजोरी में रख दें। जल्द ही रुपयों-पैसों से जुडी आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी।
गन्ने के रस के उपाय
शिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव का अभिषेक विभिन्न पदार्थों से किया जाता है। इनमें से एक है गन्ने का रस। गन्ने का रस भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। मान्यता है शिवरात्रि पर गन्ने के रस से शिवलिंग अभिषेक करने से धन में वृद्धि होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। गन्ने के रस से अभिषेक करने से कर्ज से भी मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि इस उपाय पैसे की तंगी हमेशा के लिए दूर हो जाती है और सोया भाग्य जाग जाता है। भगवान शिव शांति के देवता हैं। गन्ने के रस से अभिषेक करने से मन शांत होता है और तनाव दूर होता है।
पार्थिव शिवलिंग के उपाय
भगवान शिव सभी दुखों का निवारण करने वाले भक्त कृपालु हैं। उनकी कृपा से जीवन में सुख-शांति आती है। यदि जीवन में बहुत सारे दुख हैं, तो सावन शिवरात्रि पर पार्थिव यानी मिट्टी का शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद मंत्र जाप का अनुष्ठान करें। यह उपाय करने से व्यक्ति के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से मन भी शांत हो जाता है।