कोलकाता : आर जी कर अस्पताल रेप एंड मर्डर मामले में मुख्य अभियुक्त संजय राय का रविवार को पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया। इसमें सीबीआई अधिकारियों ने यह जानने की कोशिश कि वह क्या छिपा रहा है। ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले में मुख्य अभियुक्त संजय राय का ‘‘पॉलीग्राफ टेस्ट’’ प्रेजीडेंसी जेल में किया गया जहां वह न्यायिक हिरासत में है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि सीबीआई कार्यालय में दो ओर लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया था। दिल्ली की केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) से ‘पॉलीग्राफ’ विशेषज्ञों का एक दल जांच करने के लिए कोलकाता आया हुआ है। इनकी टीम लगातार अभियुक्तों व इससे जुड़े लोगों का टेस्ट कर रही है ताकि सच सबके सामने आ जाए। पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान व्यक्ति द्वारा प्रश्नों के उत्तर दिए जाते समय एक मशीन की मदद से उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को मापा जाता है और यह पता लगाया जाता है कि वह सच बोल रहा है या झूठ।
अब तक की छानबीन में यह आया सामने
सीबीआई ने बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि स्थानीय पुलिस ने प्रशिक्षु चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या के मामले को दबाने का प्रयास किया था और जब तक संघीय एजेंसी ने जांच अपने हाथ में ली, तब तक अपराध स्थल से छेड़छाड़ की जा चुकी थी। कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नौ अगस्त को चिकित्सक का शव मिला था, जिस पर गंभीर चोटों के निशान थे। इस घटना के संबंध में कोलकाता पुलिस ने रॉय को अगले दिन गिरफ्तार किया था। इस घटना के खिलाफ देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को इस मामले की जांच सीबीआईको सौंप दी थी और इसके अगले दिन केंद्रीय एजेंसी ने जांच कोलकाता पुलिस से अपने हाथ में ले ली।
संजय टेस्ट के दौरान रूक-रूक कर दे रहा था जवाब
पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान संजय अधिकारियों को रूक-रूक कर जवाब दे रहा था। इस दौरान अधिकारियों को लगा कि वह कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को सीबीआई के 4 अधिकारी व कर्मी प्रेसिंडेंसी जेल गये थे और उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को इस बारे में अवगत करवाया था कि रविवार को वे अभियुक्त का लाई डिटेक्टर टेस्ट करने वाले हैं। इसके लिए अधिकारियों ने जेल प्रबंधन से आइसोलेशन रूम भी मांगा था जहां पर यह टेस्ट हो सके। इस दौरान जब रविवार को वे जेल पहुंचे तो पता चला कि अभियुक्त संजय शनिवार की रात नहीं सोया था क्योंकि उसे पता चल चुका था कि उसका टेस्ट करने अधिकारी कभी भी आ सकते हैं। वहीं जब अधिकारी मशीन आदि के साथ वहां पहुंचे तो उसे देखकर संजय घबरा गया। उसने कहा कि मुझे सोने दीजिए लेकिन अधिकारियों ने उससे कहा कि पहले यह टेस्ट हो जाए उसके बाद वह सो सकता है। सीबीआई अधिकारियों ने उससे इस रेप और मर्डर मामले से जुड़े कई सवाल किये।