कोलकाता : ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 29 तारीख को अलीपुरदुआर में होने वाली सभा काफी अहम मानी जा रही है। इस विषय पर सांसद मनोज टिग्गा ने कहा कि सभी को पता है कि गत 22 अप्रैल को पहलगाम में जिस तरह निर्दोष लोगों पर आतंकी हमले हुए, धर्म पूछ कर लोगों को मारा गया, उसके बाद देश में ऑपरेशन सिंदूर हुआ। वहीं सिलीगुड़ी में ‘चिकेन्स नेक’ होने के कारण भी यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार प्रधानमंत्री अलीपुरदुआर के सफर पर आ रहे हैं। यह हमारे लिए अत्यंत सौभाग्य का विषय है। इसी के मद्देनजर हम सभी मिलकर मैदान परिदर्शन करने आए थे। प्रधानमंत्री इस दौरान प्रशासनिक बैठक भी कर सकते हैं। हालांकि प्रशासनिक बैठक को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा गया।
सूत्रों के अनुसार, हासीमारा बेस कैंप में यह बैठक की जा सकती है। इससे पहले प्रधानमंत्री वर्ष 2011 में बीरपाड़ा आये थे जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मालूम हो कि सामने ही 2026 में विधानसभा चुनाव है, पिछले विधानसभा चुनाव में अलीपुरदुआर जिले की पांचों सीटें भाजपा की झोली में गयी थीं, लोकसभा चुनाव में भी अलीपुरदुआर सीट से भाजपा ने विजय हासिल की है। स्वाभाविक रूप से अलीपुरदुआर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन आगामी चुनावी बिगुल का ऐलान करता है। सांसद मनोज टिग्गा ने आगे कहा कि हाल ही में दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुआ।
इस बार पश्चिम बंगाल की बारी है, निश्चित रूप से यह 2026 के चुनावी बिगुल का ऐलान है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में तृणमूल और भाजपा के बीच आमने-सामने की लड़ाई होगी, जिस तरह 2021 में हम सभी पांचों सीटें जीते थे, 2026 में भी यहां की पांचों सीट और लोकसभा क्षेत्र की सातों सीट बीजेपी की होगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह बेरोजगार युवक-युवतियों को बंगाल छोड़कर प्रवासी के रूप में दूसरे राज्य में जाना पड़ रहा है, भ्रष्टाचार से साधारण लोग त्रस्त हैं, सभी विकल्प ढूंढ रहे हैं तो निश्चित रूप से यहां कांग्रेस या वाममोर्चा नहीं बल्कि एकमात्र भाजपा पश्चिम बंगाल में विकल्प होगी। यह भी बताया
