कोलकाता : सत्ता में आने के बाद से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सरकार की ओर से दुर्गा पूजा आयोजकों को विशेष पूजा पुरस्कार दिए हैं। पश्चिम बंगाल सरकार राज्य सरकार द्वारा सर्वश्रेष्ठ मंडप, मूर्ति सहित कई श्रेणियों में ‘विश्व बांग्ला शारद सम्मान’ देती है। कोलकाता के अलावा जिलों के पूजा पंडालों को भी यह सम्मान मिलता है। इस वर्ष अपनी स्पेन यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रवासी भारतीयों को बताया कि विदेशों में होने वाली दुर्गा पूजा को भी ‘विश्व बांग्ला शारद सम्मान’ में शामिल किया जाएगा। अब राजभवन ने राज्य सरकार की तर्ज पर दुर्गा पूजा के लिए विशेष पुरस्कार और सम्मान की घोषणा की है। पश्चिम बंगाल सरकार के साथ-साथ राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी पुरस्कार देने की घोषणा की है। कला, शिक्षा, साहित्य, विज्ञान समेत कई क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वालों को विशेष सम्मान देने की घोषणा की गई है। राजभवन की वेबसाइट पर जारी एक घोषणा के मुताबिक राजभवन तीन तरह के सम्मान देगा। राजभवन की ओर से न केवल ट्रॉफी-सर्टिफिकेट दी जाएगी बल्कि पुरस्कार के रूप में बड़ी रकम भी पूजा पंडाल के आयोजकों को दी जाएगी।
दी जाएगी इतनी रकम
राजभवन की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, राज्यपाल सीवी आनंद बोस 11 अलग-अलग विधाओं में दुर्गा भारत सम्मान प्रदान करेंगे। कला, चिकित्सा, वाणिज्य, खेल, कविता, सिविल सेवा, समाज सेवा सहित तीन श्रेणियों में सम्मान दिया जाएगा। दुर्गा भारत परम सम्मान, दुर्गा भारत सम्मान , दुर्गा भारत पुरस्कार व दुर्गाभारत पुरस्कार।
दुर्गा भारत परम सम्मान प्राप्तकर्ता को एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी। वहीं, दुर्गा भारत सम्मान के साथ 50 हजार रुपये और दुर्गा भारत पुरस्कार के साथ 50 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करवायी जाएगी। दुर्गाभारत पुरस्कार में 25 हजार रुपये दिये जायेंगे। पुरस्कार के लिए नामांकित होने और विचार करने के लिए, पूजा समितियां, व्यक्ति, संगठन 30 सितंबर से पहले अपने आवेदन DurgaBharatAwards@gmail.com पर भेज सकते हैं।