New Market News : न्यू मार्केट में फिर हॉकर आ गये हैं फुटपाथ पर तो दूसरी ओर …

New Market News : न्यू मार्केट में फिर हॉकर आ गये हैं फुटपाथ पर तो दूसरी ओर …
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राम मंदिर जहां फुटपाथ पर हैं दुकानें
सीएम के निर्देश के एक माह बाद भी फुटपाथों पर हॉकरों का कब्जा बरकरार

कोलकाता : महानगर के फुटपाथोें को अतिक्रमणमुक्त कराने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के एक महीने होने वाले हैं पर अब भी सभी बजारों के फुटपाथ की स्थिति जस की तस है। इस एक महीने में कोलकाता पुलिस और कोलकाता नगर निगम ने लगातार अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया लेकिन तस्वीर अब भी वैसी ही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या यह तस्वीर कभी बदल भी पायेगी? इस संबंध में ज्यादातर लोगों का कहना है कि इन हॉकरों को हटा पाना आसान नहीं है। हाथीबागान, राममंदिर, गरियाहाट, जदुबाबू बाजार और धर्मतल्ला में भी स्थिति पहले वाली ही है। इन स्थानों पर देखा गया कि जिन स्थानों से हॉकरों को हटाया गया था, उसी स्थान पर वे फिर से बैठ गये हैं। वहीं जिन्हें सीमित जगह में बैठने को कहा गया था वे भी अपनी मनमानी कर रहे हैं। मालूम हो कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 27 जून को राज्य सचिवालय नवान्न में एक बैठक में महानगर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में पुलिस द्वारा हॉकरों को हटाने और फुटपाथों को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए एक महीने का समय दिया था। इसके साथ ही सीएम ने सभी फेरीवालों के लिए एक अलग हॉकर जोन बनाने की बात कही थी।

इसके लिए उन्होंने एक हाई पावर कमेटी भी बनायी थी और उसे इस काम की जिम्मेदारी देते हुए एक महीने का समय दिया था। इसके साथ ही कमेटी द्वारा इस दिशा काम करते हुए सभी बाजारों का दौरा कर हॉकराें के दस्तावेज इकट्ठा किया गया था। साथ ही उन्हें नियम के तहत बैठने के लिए कहा गया था। कई बार चेतावनी देने के बाद भी एक महीना होने वाला है लेकिन फुटपाथ पर कब्जे की तस्वीर अभी तक नहीं बदली है। वहीं इस महीने के अंत में मुख्यमंत्री की हॉकरों के मुद्दे पर फिर बैठक हो सकती है।

जगह छोड़ने को तैयार नहीं हैं हॉकर : प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद हॉकर जगह नहीं छोड़ना चाहते हैं। उनका कहना है कि वे वहीं कारोबार करेंगे जहां वे लंबे समय से कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो वे कम जगह में बैठेंगे पर जगह छोड़कर दूसरी जगह नहीं जायेगे। ऐसा करने से उनके कारोबार में नुकसान होगा। वहीं एक अन्य ने कहा कि दुर्गापूजा करीब है ऐसे में अगर हमें हटा दिया जाता है तो हमें भारी नुकसान होगा।

हॉकर अब भी कर रहे हैं प्लास्टिक शीट का उपयोग : वहीं हाथीबागान मार्केट में देखा गया कि हॉकर फिर से प्लास्टिक शीट का उपयोग कर रहे हैं। मालूम हो कि पुलिस द्वारा इन प्लास्टिक शीट को हटाते हुए उन्हें नहीं लगाने की हिदायत दी गयी थी पर कुछ दिनों बाद ही देखा गया कि हॉकरों ने फिर से प्लास्टिक शीट लगा ली है।
एक महीने में 7000 हॉकरों का हुआ सर्वे

टाउन वेंडिंग कमेटी की ओर से बताया गया कि पहले एक महीने में पहले चरण के तहत 7000 से 8000 हॉकरों का सर्वे किया गया है।सूत्रों के अनुसार इस चरण में कोलकाता के पांच मार्केट इलाकों गरियाहाट, न्यू मार्केट, हाथीबागान, बेहला और ग्रैंड आर्केड का सर्वेक्षण किया गया था। सर्वेक्षण के दौरान हॉकरों के नाम, पता समेत अन्य जरूरी जानकारियां राज्य सरकार द्वारा तैयार एक विशेष ऐप पर अपलोड की जा रही हैं। मालूम हो कि केएमसी की 2015 सर्वेक्षण सूची के मुताबिक शहर में 2 लाख 75 हजार हॉकर हैं। हालांकि, बीते 9 वर्षों में अस्थायी दुकानदारों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है।

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