कोलकाता : हिंदू मान्यताओं के अनुसार माता सीता ने पवनपुत्र हनुमान जी को अमरता का वरदान दिया था जिसके प्रभाव से हनुमान जी अष्टचिरंजीवी में शामिल हैं और कलयुग के सबसे सक्रिय देवताओं में से एक हैं। भोलेनाथ शिव शंकर की ही तरह हनुमान जी भी जल्दी से प्रसन्न हो जाने वाले देवता है। हनुमान जी को रुद्र यानी भगवान शिव का ही अवतार माना जाता है। हनुमान जी की पूजा सभी मनोकामनाओं को पूरी करने वाली मानी जाती है। हनुमान जी को बजरंगबली भी कहते हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए केवल मन से उनका ध्यान करना ही काफी होता है।
हनुमान जी को प्रसन्न करने के उपाय
जिस तरह विघ्नहर्ता गणेश अपने भक्तों के सारे विघ्नों को दूर कर देते हैं उसी तरह हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है क्योंकि वे अपने भक्तों के सारे संकट, मुश्किलें और दुख दूर कर देते हैं। ऐसे में नौकरी की तलाश हो, पैसों से जुड़ी समस्या हो, कोई गंभीर रोग हो या फिर कुंडली से जुड़ी कोई परेशानी हो, हनुमान जी की कृपा से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आप इनमें से कोई भी उपाय कर सकते हैं :
- सुंदरकांड का पाठ
अगर किसी व्यक्ति को नौकरी की तलाश है, लंबे समय से रोजगार न होने की वजह से आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं या फिर व्यापार ठीक नहीं चल रहा तो ऐसे व्यक्ति को मंदिर में बैठकर 11 मंगलवार या फिर 11 शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से बजरंगबली अवश्य प्रसन्न होंगे। - हनुमान चालीसा पढ़ें
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार या शनिवार को घर में हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने बैठकर घी का दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस उपाय से भी हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं। - मंत्र का जाप
वैसे तो हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता है और अगर आप सिर्फ श्रीराम का नाम जप लें तो हनुमान जी उससे भी प्रसन्न हो जाएंगे। इसके अलावा हनुमान जी के मंत्र ‘ॐ हं हनुमंते नमः।।’- इस मंत्र का जाप करने से भी संकटमोचन प्रसन्न हो जाते हैं और सारी समस्याओं को दूर कर देते हैं। - पीपल के पत्तों का उपाय
हनुमानजी को प्रसन्न करना है तो मंगलवार और शनिवार को पीपल के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा पैसों की तंगी या किसी रोग से परेशान हों तो पीपल के पत्तों का ये उपाय अपनाएं। सुबह उठकर स्नान आदि करके पीपल के पेड़ से 11 पत्ते तोड़ें। ध्यान रहे कि पत्ते टूटे या कटे ना हों। इन पत्तों पर कुमकुम या चंदन से श्रीराम लिखें। नाम लिखते समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। उसके बाद इन पत्तों की एक माला बनाएं और हनुमानजी के मंदिर जाकर वहां बजरंगबली को अर्पित करें। हर मंगलवार या शनिवार को ये उपाय करने जल्दी ही आपको बेहतर परिणाम दिखने लगेंगे।