

कोलकाता : पूर्व रेलवे के सियालदह मंडल में यात्री दबाव को देखते हुए बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विस्तार और आधुनिकीकरण की योजना बनाई गई है। रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के मार्गदर्शन में यह पहल नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने और संचालन से जुड़े लंबे समय से चले आ रहे अवरोधों को समाप्त करने पर केंद्रित है। रेल मंत्री ने कहा कि बढ़ती यात्री मांग को पूरा करने और भीड़ कम करने के लिए प्रमुख शहरों में कोचिंग टर्मिनलों का विस्तार किया जा रहा है, जिससे देशभर में रेल कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी। सियालदह मंडल में रेक प्रबंधन को सुचारु बनाने के लिए स्टेबलिंग लाइनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की जा रही है। सियालदह (काठगोला) में 4 नई लाइनें, बेलघरिया साइडिंग में 6 लाइनें तथा कल्याणी (केवाईआई) में 4 लाइनें जोड़ी जाएंगी। इसके अलावा बनगांव, कृष्णानगर सिटी, कैनिंग और डायमंड हार्बर में भी अतिरिक्त स्टेबलिंग सुविधाएं विकसित की जाएंगी। ट्रेनों की अनावश्यक रुकावट कम करने के लिए कुलपी, लालगोला और गेदे में नई लूप लाइनें बनाई जाएंगी। वहीं, कृष्णानगर सिटी, बनगांव, बैरकपुर और डायमंड हार्बर सहित 13 स्टेशनों पर यार्ड रिमॉडलिंग की योजना है, ताकि 2030 तक अनुमानित दोगुने यात्री यातायात को संभाला जा सके। इसके साथ ही लेक गार्डेन्स–बजबज, बारुईपुर–डायमंड हार्बर, सोनारपुर–कैनिंग और राणाघाट–कृष्णानगर खंडों में स्वचालित सिग्नल प्रणाली लागू की जाएगी। डीआरएम सियालदह राजीव सक्सेना ने बताया कि पूर्व रेलवे के जीएम मिलिंद के देउसकर के मार्गदर्शन में राणाघाट–बनगांव दोहरीकरण, राणाघाट–कृष्णानगर तीसरी लाइन तथा कल्याणी–राणाघाट तीसरी लाइन जैसी परियोजनाएं तेजी से आगे बढ़ाई जा रही हैं, जिससे लाखों यात्रियों को अधिक समयबद्ध और भरोसेमंद सेवा मिलेगी।