Kolkata Rape Case : आरजी कर कांड के एक महीने में कई अनसुलझे सवाल

Kolkata Rape Case : आरजी कर कांड के एक महीने में कई अनसुलझे सवाल
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कोलकाता : आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ उसके कार्यस्थल पर दुष्कर्म और हत्या की घटना को ठीक एक महीना हो गया है। ऐसे में रविवार को राज्य भर में आयोजित रिक्लेम दी नाइट कार्यक्रम के दौरान महानगर सहित राज्य के विभिन्न इलाकों में महिलाएं सहित भारी संख्या में लोग सड़क पर उतरे और न्याय की मांग पर प्रदर्शन किया। खासतौर पर रासबिहारी में शाम 6 बजे से ही लोगों की भीड़ एकत्रित हो गयी। लोगों ने रासबिहारी एवेन्यू पर मशाल और मोबाइल की टर्च जलाकर अभिवन प्रदर्शन किया। श्यामबाजार इलाके में भी लोगों ने प्रदर्शन किया। यहां पर देर रात श्यामबाजार से सोदपुर तक मानव बंधन भी बनाया गया। इसके अलावा रविवार की दोपहर डॉक्टरों ने एनआर से धर्मतल्ला तक प्रतिवाद रैली निकाली। इसमें मृत महिला डॉक्टर के परिजन भी शामिल हुए। इस रैली से काले रंग का बैलून आसमान में छोड़ा गया। वहीं दूसरी तरफ पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग बाथ रिक्शा चालकों ने भी हेदुआ पार्क से कॉलेज स्ट्रीट तक रैली निकाली।

●रैली व प्रदर्शन के बीच कई सवालों के जवाब तलाश रहे हैं लोग : आरजी कर कांड में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किए जाने के बावजूद, रहस्य अभी भी छाया हुआ है क्योंकि माता-पिता, जूनियर डॉक्टर और नागरिकों का एक बड़ा वर्ग उन बुनियादी सवालों के जवाब मांग रहा है, जिनका जवाब देना संस्थाओं के लिए मुश्किल हो गया है और संभावित लिपापोटी के आरोप लगे रहे है। मृत महिला डॉक्टर की मां ने पिछले हफ्ते आरजी कर अस्पताल परिसर में डॉक्टरों की रैली में भाग लेने के दौरान पूछा था, 'हमें न्याय के लिए कब तक इंतजार करना चाहिए? पुलिस या सीबीआई हमारे बुनियादी सवालों के जवाब क्यों नहीं दे सकती? वे क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं और वे किसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं?' । माता-पिता और प्रदर्शनकारी घटना के दिन महिला डॉक्टर के शव मिलने के बाद से दुष्कर्म व हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने में 14 घंटे की देरी के पीछे के कारण पर सवाल उठा रहे हैं और यह भी सवाल उठा रहे हैं कि स्थानीय पार्षद , पुलिस और प्रशासन ने दाह संस्कार की प्रक्रिया में जल्दबाजी क्यों की। उन्होंने इससे भी गंभीर आरोप लगाया कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी 'डीसी नॉर्थ' ने शव को उनके घर लाए जाने के बाद उन्हें पैसे देने की कोशिश की थी।

●घटना के बाद घटनास्थल के पास दीवार तोड़ने पर उठा सवाल: सेमिनार हॉल के निकट दीवार तोड़कर रेस्ट रूम बनाने की प्रक्रिया पर सवाल उठता है। सेमिनार हॉल में तीन दिन पहले 9 अगस्त की सुबह ऑन-ड्यूटी महिला डॉक्टर का शव मिला था। यह तथ्य कि बलात्कार और हत्या के ठीक एक दिन बाद पूर्व प्रिंसिपल द्वारा आदेश जारी किया गया था, नवीनीकरण कार्य के इरादे के पीछे और सवाल खड़े करता है। सीबीआई के अनुसार, यदि कमरे वास्तव में घटनास्थल से जुड़े थे, तो यह कोलकाता पुलिस और उनके लिए महत्वपूर्ण सुराग प्रदान कर सकता था।

महिला के शरीर पर चोट के निशान किसने दिये?

घटना की एफआईआर दर्ज होने के चार घंटे से भी कम समय में पुलिस ने एकसिविक वालंटियर संजय राय को गिरफ्तार कर लिया और उस पर अपराध का मुख्य संदिग्ध होने का आरोप लगाया। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि महिला को 25 चोटें पहुंचाने के लिए किसी व्यक्ति में शक्ति होनी चाहिए। सीबीआई ने गैंगरेप की संभावना को भी खारिज कर दिया है। हालांकि न तो उसके माता-पिता और न ही जूनियर डॉक्टर इसे स्वीकार करने को तैयार हैं।

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