कोलकाता : पोस्ता बाजार का इलाका इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां से बंगाल और पूर्वी भारत के विभिन्न राज्यों में अनाज व अन्य खाद्य सामग्रियां सप्लाई की जाते हैं। इसके अलावा बड़ाबाजार के विभिन्न थोक विक्रेता राज्य के अलावा विभिन्न राज्यों में अपने माल यहां के ट्रांसपोर्ट के जरिए भेजते हैं। इसके कारण रोजाना पोस्ता इलाके में सैकड़ों ट्रकों की लोडिंग और अनलोडिंग होती है। पोस्ता इलाके में पार्किंग व्यवसाय से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि पोस्ता के जगन्नाथ घाट रोड से लेकर निमतल्ला के स्ट्रैंड बैंक रोड तक करीब 450 ट्रकों की पार्किंग होती है। इनमें से अधिकतर ट्रकों से मनमाने तरीके से पार्किंग फीस वसूली जाती है। औसतन 2 हजार रुपये प्रति ट्रक भी पार्किंग फीस के तौर पर माना जाए तो 9 लाख रुपये होता है। इसके अलावा अनलोडिंग एवं नाइट पार्किंग में खड़े होने वाले ट्रकों से 200 से 500 रुपये तक वसूला जाता है। अगर साफ शब्दों में कहें तो रोजाना यहां पर अवैध पार्किंग से होने वाली कमाई 8 से 10 लाख रुपये के बीच है। यह अवैध पार्किंग का मकड़जाल फूल मार्केट के आसपास तक फैला हुआ है। यहां अवैध पार्किंग कारोबार से जुड़े लोगों ने अपना-अपना इलाका निर्धारित कर लिया है। खासतौर पर स्ट्रैंड बैंक रोड पर गंगा किनारे स्थित गोदाम व वेयरहाउस के पीछे कथित तौर पर मिट्टी भरकर जगहों को पार्किंग स्थल में तब्दील किया जा रहा है। इन इलाकों में ही 100 से अधिक ट्रकों की अवैध तरीके से पार्किंग की जाती है। अवैध पार्किंग कारोबार से जुड़े सूत्र ने बताया कि वर्षों से यहां पार्किंग वसूली जा रही है। यहां तक कि निमतल्ला घाट पर शव लेकर आने वाले मेटाडोर व अन्य वाहनों से भी अवैध तरीके से पार्किंग फीस वसूली जाती है। ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों से शाम 4 बजे से शाम 6 बजे के बीच पार्किंग फीस वसूली जाती है। जानकारी के अनुसार सोमवार से पार्किंग माफियाओं ने वसूली बंद रखी है।
व्यवसायियों को पार्किंग माफियाओं के खिलाफ जागरूक कर रही है पुलिस : हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पोस्ता बाजार इलाके में अवैध पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस की ओर से लगातार ट्रांसपोर्ट व्यवसयियों और मर्चेंट व्यवसायियों को स्ट्रैंड बैंक रोड, जगन्नाथ घाट रोड, सीआईटी रोड सहित अन्य इलाकों में वाहनों की पार्किंग करने पर फीस नहीं देने के लिए कहा गया है। खुद जोड़ाबागान और हावड़ा ब्रिज ट्रैफिक गार्ड के पुलिस कर्मी विभिन्न ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों के ऑफिस में जाकर उन्हें रुपये देने से मना कर रहे हैं।
जगन्नाथ घाट पर 234 रुपये में पूरे दिन ट्रकों की पार्किंग करने देता है पोर्ट ट्रस्ट
एक तरफ जहां पोस्ता इलाके में पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत सामने आ रही है, वहीं पोस्ता के जगन्नाथ घाट रोड से महज कुछ मीटर की दूरी पर स्थित जगन्नाथ घाट पर खुद पोर्ट ट्रस्ट मात्र 234 रुपये में पूरे दिन भर ट्रकों की पार्किंग करने देता है। यहां पर पोर्ट ट्रस्ट का ऑफिस भी है। सूत्रों के अनुसार ब्रिटिश जमाने पर जब जहाज से माल जगन्नाथ घाट पर उतरता था तो पोर्ट ट्रस्ट वहां मौजूद जमीन को प्रति मीटर व प्रतिदिन के हिसाब से व्यवसायियों को किराये पर देता था। अब जबकि जहाज से माल आना बंद हो गया तो उक्त जमीन पर ट्रकों की पार्किंग होती है और वहां पर मालों की लोडिंग और अनलोडिंग होती है। इसके लिए पोर्ट ट्रस्ट की ओर से ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों को रसीद भी दी जाती है। ऐसे में सवाल उठता है कि एक तरफ जहां एक जगह पर पोर्ट ट्रस्ट के कर्मी खुद पार्किंग फीस वसूल कर लोगों को रसीद दे रहे हैं, तो दूसरी जगह पार्किंग के नाम पर उसकी जमीन पर अवैध कारोबार कैसे चल रहा है?