केएमसी ने मुक्ताराम बाबू स्ट्रीट के जूस के दुकानों पर मारा छापा, मिली विस्फोटक जानकारी
कोलकाता : महानगर में बीते कुछ दिनों से हीट वेव चल रहा है। तापमान लगभग 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जिससे मौसम विभाग को विभिन्न जिलों में लू की चेतावनी जारी करनी पड़ी है। भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल होता जा रहा है। ऐसे मौसम में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होती है, वरना लोग बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। गर्मी की वजह से बाजारों में जंक फूड की जगह ज्यादातर लोग जूस, गन्ने का शरबत, लस्सी, कटे फलों आदि का सेवन करना पसंद कर रहे हैं। बाजारों में बिकने वाले पदार्थ गर्मी में लोगों को ठंडक तो पहुंचाते हैं, मगर क्या यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है? इसकी गुणवत्ता की जांच करने के लिए केएमसी के खाद्य सुरक्षा विभाग ने उत्तरी कोलकाता, बोरो नंबर 4 स्थित मुक्ताराम बाबू स्ट्रीट में स्थित दुकानों पर छापा मारा।
जांच के दौरान पता चला कि सड़क किनारे कई शरबत दुकानों में जो बर्फ परोसी जा रही है, वह खाने लायक नहीं है। इस विषय पर केएमसी के खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी डॉ. तरूण सैमफूई ने कहा कि जिस प्रकार की बर्फ का उपयोग किया जा रहा है वह व्यावसायिक बर्फ या औद्योगिक बर्फ है। साथ ही जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि औद्योगिक बर्फ जिस प्रकार के पानी से बनता है वह पीने लायक नहीं होता है। उन्होंने बताया कि यदि इस बर्फ को माइक्रोस्कोप के नीचे रखकर देखें तो अरबों बैक्टीरिया दिखाई देंगे। वहीं केएमसी के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि नगर निगम पूरी गर्मी कोलकाता क्षेत्र में अभियान चला कर दुुकानों में बर्फ की जांच करेगी और जहां भी औद्योगिक बर्फ पाई जाएगी, उसपर तुरंत कार्रवाई होगी।