

कोलकाता : वॉटगंज थानांतर्गत षष्ठीतल्ला इलाके में सीआईएसएफ के परित्यक्त क्वार्टर से टुकड़ों मिले महिला के शव के मामले में पुलिस ने मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार मृत दुर्गा सारखेल के जेठ ने ही उसकी हत्या करने के बाद शव को टुकड़ों में काटा था। इसके बाद शव के टुकड़ों को अलग-अलग फेंका था। अभियुक्त का नाम सुद्धा निलांजन सारखेल (55) है। वह वॉटगंज के हेमचंद्र स्ट्रीट का रहनेवाला है। अभी तक अभियुक्त द्वारा हत्या करने की वजह स्पष्ट नहीं की गयी है। हालांकि पुलिस का मानना है कि पारिवारिक विवाद के कारण ही अभियुक्त ने अपने छोटे भाई की पत्नी की हत्या कर उसके शव को टुकड़ों में काटा था। पुलिस को अभियुक्त के मकान के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से उसकी संलिप्तता के बारे में पता चला। पुलिस सूत्रों के अनुसार अभियुक्त मंगलवार की सुबह 4.30 बजे अपनी साइकिल लेकर निकला था। उसने साइकिल के दोनों तरफ दो बैग लटका रखा था। उक्त बैग में ही शवों को टुकड़ों को भरकर वह निकला था। शव के टुकड़ों को वैट और परित्यक्त क्वार्टर में फेंकने के बाद सुबह साढ़े 5 बजे तक वह वापस घर लौट आया था । इधर, अभियुक्त के फ्लैट के एक कमरे में खून के निशान मिले हैं। पुलिस उक्त कमरे की फॉरेंसिक जांच करायेगी। फिलहाल कमरे को सील कर दिया गया है। पुलिस का मानना है कि महिला की हत्या उसी कमरे में की गयी है। पुलिस ने मामले में मृतका के पति, बेटे और ननद से पूछताछ की है। अभी तक हत्या में इस्तेमाल हथियार को बरामद नहीं किया जा सका है।
क्या पति द्वारा जेठ के 5 हजार रुपये चुराने के कारण हुई महिला की हत्या: पुलिस सूत्रों के अनुसार मृत दुर्गा सारखेल का विवाह 20 साल पहले धनधारी सारखेल के साथ हुई थी । उसके पिता रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी थे। पिता की मौत के बाद उसकी मां को पेंशन मिलता था। दुर्गा का पति धनधारी भी रेलवे में टेक्निशियन के तौर पर सांतरागाछी में पोस्टेड है। हालांकि बीते डेढ़ साल से मानसिक रूप से बीमार था। एक साल तक रिहैब में रहने के बाद सोमवार को वापस घर लौटा था। दुर्गा का एक 17 साल का बेटा है। धनधारी का बड़ा भाई सुद्धा बेरोजगार है और पुरोहित का काम करता है। वह अविवाहित है। धनधारी की दो बहनें अलग रहती है। इनमें से सबसे बड़ी बहन रेलवे में कर्मचारी थी। डेढ़ साल पहले वह रिटायर हुई थी । बड़ी बहन ने ही 35 लाख रुपये में फ्लैट खरीदकर धमधारी और उसके भाई सुद्धा निलांजन को रहने के लिए दिया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार गत सोमवार की सुबह 10 बजे धनधारी रिहैब से वापस घर लौटा था। सोमवार की सुबह घर आते ही उसने निलांजन के पॉकेट से 5 हजार रुपये चुरा लिया था। रुपये चुराने के बाद धनधारी अपने ससुराल चला गया। वहां पर उसने शराब पी थी। इधर, उक्त रुपये चुराने को लेकर सोमवार की दोपहर निलांजन एवं दुर्गा में काफी झगड़ा हआ था। इसके बाद दुर्गा पति से रुपये लाने के लिए अपने मायके गयी। मायके जाने पर पता चला कि उसके पति ने 300 रुपये की शराब पी ली है। बाकी 4700 रुपये उसने पॉकेट से बरामद किया। इसके बाद रात 10 बजे दुर्गा के भाई ने उसे हेमचंद्र स्ट्रीट स्थित उसके ससुराल में छोड़ा । आरोप है कि रात को घर में आते ही दुर्गा और निलांजन में दोबारा झगड़ा हुआ और फिर अभियुक्त ने उसकी हत्या कर शव को टुकड़ों में काट दिया। रात भर उसने कमरे के अंदर शव को काटने के बाद उन्हें अलग-अलग प्लास्टिक भरा और सुबह 4.30 बजे उन्हें दो अलग-अलग बैग में भरकर फेकने के लिए निकला था। अभियुक्त अपनी साइकिल पर बैग रखकर शव के टुकड़ों को फेंकने निकला था।
खुद फंसा चंगुल में : शव के ठुकड़े फेंकने के बाद वह वापस लौटा और फिर घर आकर सो गया। दोपहर में नींद टूटने पर अभियुक्त दुर्गा के मायके गया और कहा कि उसकी बेटी रात से घर नहीं आयी है। इसपर उसके परिजनों को संदेह हुआ। उन्होंने मंगलवार की शाम तक उसकी तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। बाद में बुधवार की दोपहर वेस्ट पोर्ट थाने में जाने पर उन्हें पता चला कि दुर्गा की हत्या की गयी। परिजनों ने एसएसकेएम में जाकर उसके शव की शिनाख्त की। परिजनों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतका के ससुराल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला और पाया कि शव को फेंकने के लिए सुद्धा निलांजन ही निकला था। पुलिस का मानना है कि अभियु्त ने प्लानिंग के तहत महिला की हत्या की और फिर उसके शव को ठिकाने लगाया। अभी भी महिला के शरीर के कुछ अंश नहीं मिल पाए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार अभियुक्त ने हत्या के बाद कमरे को पूरी तरह से साफ कर दिया है। अभियुक्त निलांजन ने घर में मंदिर बना रखा था। वह पुरोहित का काम करता था। वह तंत्र साधना भी करता था। ऐसे में जिस तरह से महिला के शव को काटा गया है ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस हत्या के पीछे अभियुक्त द्वारा नरबलि भी देना हो सकता है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।