कोलकाता: आज खरना के साथ ही छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जायेगा। इसे लेकर कोलकाता नगर निगम(KMDA) की ओर से घाटों के आसपास सजावट, साफ-सफाई और लाइटिंग की तैयारी अंतिम रूप में है। इस बार निगम की ओर से 150 स्थायी और अस्थायी घाटों को छठव्रतियों के लिए तैयार किये गये हैं। इनमें 15 से अधिक कृत्रिम जलाशय भी शामिल हैं। साथ ही दही घाट, बाजेकदमतल्ला घाट, बाबूघाट, निमतल्ला घाट, बागबाजार घाट और अहिरीटोला घाट पर व्यापक स्तर पर सजावट की गई है। इस संबंध में एमएमआईसी देवाशीष कुमार ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी घाटों पर छठव्रतियों के लिए पूरी तैयारी की गयी है। 16 घाटों के साथ तालाब और अस्थायी जलाशयों को मिलाकर कुल 150 स्थानाें पर छठव्रतियों के लिए पूजा की व्यवस्था की गयी है। इस दौरान सभी घाटों पर चेंजिग रूम के साथ ही बायो टायलेेट की भी व्यवस्था है। वहीं घाटाें पर सफाई को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तर कोलकाता से लेकर दक्षिण कोलकाता के अधिकतर घाटों की सफाई हो गयी है और जहां नहीं हुई है उसे भी आज तक पूरा कर लिया जायेगा।
पुलिस के 4 हजार जवानों की होगी तैनाती
छठव्रतियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए कोलकाता पुलिस की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रविवार और सोमवार को कोलकाता पुलिस के 4 हजार पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था का दायित्व 35 डीसी रैंक के अधिकारी के अधीन होगा। लालबाजार सूत्रों के अनुसार इन दो दिनों पर महानगर के 135 घाटों और जलाशयों पर अर्घ्य दिया जाएगा। ऐसे में सभी घाटों और जलाशयों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे। वहीं घाटों पर अर्घ्य देने के दौरान गंगा नदी में जाने वाले श्रद्धालु ज्यादा गहरे नदी में न जाएं यह सुनिश्चित करने के लिए सभी घाटों पर रिवर ट्रैपिक पुलिस नजरदारी रखेगी। किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए 77 आपदा प्रबंधन की टीम भी घाटों पर तैनात रहेगी। वहीं ग्रीन ट्राइब्यूनल के आदेश के बाद रवींद्र सरोवर और सुभाष सरोवर पर छठ पूजा के आयोजन पर लगी रोक इस साल भी कायम रहेगी। यह दोनों सरोवर शुक्रवार को बंद कर दिये गये जो छठ के समापन यानी सोमवार के बाद खुलेंगे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि छठ पूजा के दौरान प्रत्येक घाट पर एक डीसी के अधीन 250 पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे।
लाइटिंग से सज गये हैं घाट
वहीं इस संबंध में बिजली विभाग के एमएमआईसी संदीप रंजन बख्शी ने कहा कि छठ पूजा के लिए घाटों पर लाइटिंग की पूरी व्यवस्था कर दी गयी है। इसके तहत घाटों से लेकर घाटों तक जाने वाले रास्तों पर भी लाइटिंग की गयी है, क्योंकि सुबह के समय अंधेरा होने के कारण लाइट के ना करने से समस्या हो सकती है। इस साल घाटों के साथ ही जलाशयों के समीपवर्ती क्षेत्र में भी पर्याप्त मात्रा में लाइटिंग की व्यवस्था की गयी है जिससे छठव्रतियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। आस्था के सबसे बड़े पर्व छठ पूजा को लेकर केएमसी के मेयर फिरहाद हकीम भी सजग हैं। उनकी ओर से व्यक्तिगत रूप से घाटों पर निगरानी रखी जा रही है।