Kolkata Metro: एशिया का दूसरा सबसे गहरा स्टेशन बना बंगाल का ये मेट्रो स्टेशन

Kolkata Metro: एशिया का दूसरा सबसे गहरा स्टेशन बना बंगाल का ये मेट्रो स्टेशन
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हावड़ा: पश्चिम बंगाल का हावड़ा रेलवे स्टेशन देशभर में काफी लोकप्रिय है। अब हावड़ा ने एक और कीर्तिमान हासिल किया है। देश ही नहीं बल्कि पूरे एशिया महाद्वीप में हावड़ा दूसरा सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बन चुका है।

जमीन से 33 मीटर नीचे हुआ है निर्माण

देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक हावड़ा स्टेशन के ठीक नीचे यह मेट्रो स्टेशन बना है। अधिकारियों का कहना है कि यह मेट्रो स्टेशन जमीन से 33 मीटर नीचे है। वहीं, एशिया के सबसे गहरे स्टेशन की बात करें तो यह हांगकांग में है जो जमीन से करीब 60 मीटर गहरा है।

सेक्टर-5 तक जोड़ा जाएगा मेट्रो स्टेशन

कोलकाता मेट्रो के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नये मेट्रो स्टेशन की तस्वीर पोस्ट की गई है। बता दें कि कोलकाता के सॉल्टलेक सेक्टर- 5 से हावड़ा मैदान को जोड़ने वाली महत्वाकांक्षी मेट्रो परियोजना का निर्माण ईस्ट वेस्ट मेट्रो परियोजना के तहत हुआ है। कुल 14.67 किलोमीटर लंबी ईस्ट वेस्ट मेट्रो परियोजना में 8.90 किलोमीटर का क्षेत्र अंडरग्राउंड होगा जबकि 5.77 किलोमीटर रेल लाइन एलिवेटेड (ऊपरी हिस्से) में होगा। इनमें कुल 12 स्टेशन होंगे, जिसमें हावड़ा मैदान, हावड़ा स्टेशन, महाकरण, एस्प्लेनेड व अन्य के नाम शामिल हैं।

बेहद खास होगा हावड़ा मेट्रो स्टेशन

अधिकारियों ने बताया कि 5 लाख स्क्वायर फीट एरिया में तैयार यह हावड़ा मेट्रो स्टेशन की लंबाई 230 मीटर जबकि चौड़ाई 32 मीटर है। इसमें दो निकासी द्वार बनाये गये हैं। मुख्य निकासी द्वार हावड़ा स्टेशन के 16 नंबर प्लेटफाॅर्म के पास ठीक नीचे होगा। यहीं से यात्री मेट्रो में प्रवेश करेंगे। यह निकासी द्वार 100 मीटर लंबे और 8 मीटर चौड़े सबवे से जुड़ा होगा। सबवे से ही यात्री स्वचालित सीढ़ी और लिफ्ट के माध्यम से मेट्रो स्टेशन के प्लेटफाॅर्म पर जा सकेंगे। हावड़ा स्टेशन के बाद मेट्रो की लाइन हुगली नदी के नीचे से गुजरती हुई महाकरण स्टेशन पहुंचेगी। मेट्रो सुरंग की गहराई जमीन से करीब 33 मीटर नीचे है। इसकी दीवार 45 मीटर गहरी है। हावड़ा स्टेशन से हावड़ा मैदान मेट्रो स्टेशन की दूरी लगभग 750 मीटर होगी।

पूरे व दपूरे की भीड़ पहुंचेगी मेट्रो तक : कोलकाता के आसपास के जिलों के निवासी पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे उपनगरीय सेवाओं में हावड़ा स्टेशन पर उतरने के बाद आसानी से मेट्रो सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। उस लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में एक बड़ी प्रगति हासिल की गई है क्योंकि स्वचालित किराया संग्रह और यात्री नियंत्रण के लिए हावड़ा स्टेशन के कॉनकोर्स स्तर पर एएफसी-पीसी गेट लगाए जा रहे हैं।

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