बांग्लादेश से काफी लोग आते हैं यहां
न्यू मार्केट मुख्य रूप से बांग्लादेश से आये लोगों पर काफी हद तक निर्भर करता है। यहां काफी सस्ते में कपड़े और अन्य चीजें मिल जाती हैं। ऐसे में काफी व्यवसायी व होलसेलर बांग्लादेश से यहां आकर थोक में सामान लेकर जाते हैं। हालांकि इस बार यह संख्या काफी कम है।बांग्लादेश में पिछले काफी समय से हिंसा चल रही है और अब भी माहौल ऐसा नहीं हो पाया है कि पहले की तरह लोग वहां से यहां आकर शॉपिंग कर सकें। बांग्लादेश से काफी लोग इलाज के लिए भी यहां आते हैं जो अब भी नहीं आ पा रहे हैं।
दुकानदारों के सामने कठिन घड़ी
न्यू मार्केट ज्वाइंट ट्रेडर्स फोरम के प्रेसिडेंट राजीव सिंह ने सन्मार्ग को बताया, ‘आरजी कर की घटना के बाद रोज ही रैली हो रही है। एक महीने भी दुर्गा पूजा में नहीं बचे हैं। दुकानदारों की बहुनी भी काफी मुश्किल हो गयी है।इस समय में जो दुकानदार एक दिन में 10,000 से 20,000 की बिक्री करते हैं, उनकी 2,000 से 3,000 रु. की बिक्री भी काफी मुश्किल से हो रही है।’
बिक्री में हो रहा 70% का घाटा
एस. एस. हॉग मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट अशोक गुप्ता ने कहा, ‘बांग्लादेश के कारण पहले ही ग्राहक काफी कम हो गये थे। वहीं आरजी कर की घटना का भी बिक्री पर काफी असर पड़ा है। बिक्री 70% घट गयी है। पूरा अगस्त महीना कुछ इसी तरह गुजरा है। इस समय पीक पीरियड होता है, दोगुना बिक्री होती है, लेकिन अभी जो बिक्री होनी चाहिए, वह भी नहीं हो रही है।’