कोलकाता: डलहौसी इलाके के गर्स्टिन प्लेस स्थित 50 साल से अधिक पुराने मकान में शनिवार तड़के भयानक आग लग गयी। बैंकशाल कोर्ट के निकट स्थित मकान में कई वकीलों का कार्यालय है। वकीलों के उन कार्यालयों में कई मामलों से जुड़े दस्तावेज रखे हुए थे। आग में सबकुछ जलकर राख हो गया। यही नहीं आग के कारण मकान का एक हिस्सा ढह जाने से कई ऑफिस मलबे के नीचे दब चुका है। ऐसे में जो हिस्सा आग से प्रभावित नहीं हुआ था , वहां पर रखे कंप्यूटर और दस्तावेज मलबे से क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गयी है। शनिवार की सुबह जब दमकल मंत्री सुजीत बोस घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें घेरकर वकीलों ने प्रदर्शन किया। मकान में केमिकल रखे होने के कारण क्यों प्रशासन की नजर उसपर नहीं पड़ी, इसे लेकर वकीलों ने दमकल मंत्री से सवाल किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आग में उनके विभिन्न मामलों के दस्तावेज जलकर राख हो गये हैं। ऐसे में आग के कारण हुए उनके नुकसान की भरपाई कौन करेगा।
कैसे लगी आग ?
शनिवार तड़के लगभग 3.30 बजे डलहौसी के गर्स्टिन प्लेस स्थित एक मकान में आग लग गयी। वहां रहने वाले 20 से 25 परिवारों को तुरंत रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। आग लगने के कारण पूरा इलाका काले धुएं से भर गया। इस बीच स्थानीय लोगों ने फोन कर घटना की जानकारी पुलिस और दमकल को दी। आरोप है कि सूचना देने के करीब 40 मिनट बाद दमकल कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया था। उल्लेखनीय है कि जहां आग लगी थी उससे महज 3 मिनट की दूरी पर दमकल का केन्द्र है। दमकल मंत्री सुजीत बाेस ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जायेगी। अगर जरूरी हुआ तो सख्त कार्रवाई की जायेगी।। आग लगने के बाद वहां पर रह-रहकर विस्फोट की आवाज सुनायी दे रही थी। कुछ ही देर में आग पूरे मकान में फैल गयी थी। आग के कारण वहां रहने वाले लोगों को उद्धार कर दूसरे सुरक्षित स्थान पर रखा गया। मकान के ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर में कई एडवोकेट के चेंबर और अन्य ऑफिस भी मौजूद हैं। 50 साल से अधिक पुराना मकान होने के कारण आग के बाद मकान का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। स्थानीय पार्षद संतोष पाठक ने बताया कि पहले तीसर तल्ले पर एक कमरे में सम्भवत: आग लगी थी, जो देखते ही देखते चारों ओर फैल गयी तथा गोदाम को भी अपनी चपेट में ले लिया। तीसरे तल्ले पर कई परिवार रहता था जिन्हें पार्षद के सहयोग से आग लगने के बाद बाहर निकाला गया। इधर दमकल कर्मियों का प्राथमिक अनुमान है कि इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी।
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मकान में नहीं थी अग्निशमन व्यवस्था
स्थानीय लोगों के अनुसार, आग के कारण मकान का फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड फ्लोर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। ग्राउंड फ्लोर पर ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। मकान के ग्राउंड फ्लोर में कई वकीलों का ऑफिस है। आग के बाद जब वे अपने दस्तावेज लेने पहुंचे तो उन्हें प्रवेश करने नहीं दिया गया। इस बीच स्थानीय लोगों का आरोप है कि मकान में केमिकल गोदाम होने के बावजूद वहां पर अग्निशमन व्यवस्था नहीं थी। इस दौरान दमकल मंत्री ने कहा कि मकान काफी पुराना है। आग बुझाने की कोशिश की गयी। मकाने में रहने वाले लोगों को तुरंत बाहर निकाल लिया गया। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। सुनने में आया कि मकान में केमिकल रखा गया था, अगर यह सच है तो बहुत गलत है। पुलिस और दमकल को इसकी जांच करने के लिए कहूंगा।
रिपोर्ट- दीपक रत्न मिश्रा