

मेघा, सन्मार्ग संवाददाता हावड़ा : हावड़ा डिवीजन ने प्लास्टिक कचरे को कम करने और एक स्वच्छ, टिकाऊ पर्यावरण बनाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। पर्यावरणीय जिम्मेदारी और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में लगातार प्रयास करते हुए, डिवीजन ने हावड़ा स्टेशन प्रांगण से बड़ी मात्रा में पीईटी (Polyethylene Terephthalate) बोतलों का संग्रह किया।
रीसाइक्लिंग प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने के लिए हावड़ा में एक हाई-कैपेसिटी बेलिंग मशीन स्थापित की गई है। इस आधुनिक मशीन की मदद से एकत्र की गई पीईटी बोतलों को प्रोसेस और कम्प्रेस करके बेल के रूप में तैयार किया गया। इसके परिणामस्वरूप रिकॉर्ड 9 टन पीईटी बॉटल बेल्स तैयार किए गए, जिसे एक ही बार में अधिकतम मात्रा के रूप में भारतीय रेल में पहली बार हासिल किया गया है।
इन बेल्स को अधिकृत और पंजीकृत प्लास्टिक रीसाइक्लर्स को नीलाम किया गया, जिससे सामग्री का पर्यावरण के अनुकूल रूप से पुन: उपयोग सुनिश्चित हुआ। इस नीलामी से ₹3.33 लाख का नॉन-फेयर रेवेन्यू (NFR) भी प्राप्त हुआ। साथ ही, इस पहल से कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी लाने में भी मदद मिली है।
हावड़ा डिवीजन की यह पहल भारतीय रेल में पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में एक सराहनीय कदम है। पीईटी बोतलों को जिम्मेदारीपूर्वक रीसायकल करवाकर डिवीजन ने पर्यावरण बचाने और रेलवे परिसर को प्लास्टिक मुक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।