उच्च माध्यमिक में हिंदी के विद्यार्थियों ने दिखाया हुनर, बढ़ाया हिंदी का मान

उच्च माध्यमिक में हिंदी के विद्यार्थियों ने दिखाया हुनर, बढ़ाया हिंदी का मान
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कोलकाता : हिन्दी भाषा लोगों को आपस में जोड़ने का सबसे सरल और जरूरी माध्यम है। हिंदी भाषा में सभी भावों को भरने की अद्भुत क्षमता है। यह महज भाषा नहीं बल्कि लोगों को एकता व अखंडता के सूत्र में पिरोती है। बुधवार को उच्च माध्यमिक के नतीजे घोषित किये गये हैं। सभी विषयों के साथ ही हिन्दी में भी बेहतरीन अंक लाकर छात्रों ने हिन्दी का मान बढ़ाया है। ऐसे ही कुछ छात्रों से सन्मार्ग ने बात की और जानी उनकी राय। द बीएसएस स्कूल की 12वीं की छात्रा पूरबी भंडारी ने हिन्दी मेें 100 में से 90 अंक हासिल किये हैं। पूरबी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों व शिक्षकों को दिया है। उसने बताया कि उसे हिन्दी से जुड़े रहना अच्छा लगता है। वह आगे चलकर टीचर बनना चाहती है और हिन्दी से जुड़कर आगे बढ़ना चाहती है। वहीं हिन्दी विभाग अध्यक्ष प्रियंका मिश्रा ने कहा कि पूरबी बचपन से ही पढ़ाई में अच्छी स्टूडेंट्स है। उसका मेन विषय साइंस है लेकिन वह हिन्दी में भी विशेष रुचि रखती है। वह हिन्दी से जुड़ी हर क्विज और प्रतियोगिताओं में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेती है।

बालिका शिक्षा सदन की कुल तीन छात्राओं ने 12वीं में हिन्दी में 90 से अधिक अंक हासिल किये हैं। सिदरा अनम ने हिन्दी में 100 में से 95 अंक प्राप्त किया है। सिदरा ने बताया कि वह हिन्दी में इतना बेहतरीन प्रदर्शन कर काफी खुश है। उसे बचपन से ही हिन्दी पढ़ना बेहद पसंद है। इसका श्रेय उसने अपने परिजनों और स्कूल के शिक्षकों को दिया। वह आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है। इसके लिए वह दिन में 4 से 5 घंटे पढ़ाई करती है। अर्चिता मिश्रा ने 100 में से 94 अंक हासिल कर हिन्दी का मान बढ़ाया है। अर्चिता ने बताया कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है और इसमें उसकी रुचि शुरू से ही रही है। वह अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने टीचर और अभिभावकों को देना चाहती है, उन्होंने उसका पूरा सपोर्ट किया है। वह आगे चलकर सीए बनना चाहती है। इसके लिये वह प्रतिदिन 7 से 8 घंटे कड़ी मेहनत करती है। वहीं श्रीजनी मौर्य को हिन्दी में 100 में से 90 अंक मिले हैं। श्रीजनी ने बताया कि हर दिन की कड़ी मेहनत से ही आज उन्होंने हिन्दी में इतने अच्छे अंक प्राप्त किये हैं। उसने बताया कि इस कामयाबी में उसका साथ उसके टीचर और परिजनों ने भी बराबर दिया है। उसने बताया कि वह आगे चलकर एमबीए की पढ़ाई करना चाहती है। वहीं स्कूल की हिन्दी टीचर साधना शुक्ला ने बताया कि आज के दौर में जहां लोग अंग्रेजी को ज्यादा महत्व देते हैं इन छात्राओं ने हिन्दी में बेहतर प्रदर्शन कर यह बताया है कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है और उससे जुड़ाव बहुत जरूरी है। ये तीनों छात्राएं बहुत ही मेहनती हैं।

श्री जैन विद्यालय हावड़ा के छात्र हर्ष काबरा ने हिंदी विषय में 96 अंक लाने के साथ-साथ 481 अंक लाकर विद्यालय में टॉप किया। हर्ष ने कहा कि मेरी हिंदी पहले से ही अच्छी थी, फिर भी जहां दिक्कत आई मैंने यूट्यूब का सहारा लिया। स्कूल के अध्यापक पीके मिश्रा ने कहा कि बच्चों की मेहनत व पढ़ाई में लगन से ही यह संभव हो पाया है। मेरा छात्र हर्ष बहुत ही संवेदनशील छात्र है। वह केवल हिंदी में ही नहीं बल्कि सारे विषयों में ही अच्छे अंक से पास हुआ है। उस पर मुझे गर्व है।

श्री जैन विद्यालय कोलकाता के छात्र हर्षित पांडे ने हिंदी में 90 अंक प्राप्त करने पर कहा कि मैंने ज्यादा मेहनत नहीं की। जितना स्कूल में पढ़ाया जाता था बस उसी पर ध्यान देता था और क्लास में अटेंटिव रहता था। श्री जैन विद्यालय कोलकाता के हिंदी अध्यापक राजेश त्रिपाठी ने कहा जब बच्चे अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो हम जैसे अध्यापक को बहुत गर्व महसूस होता है। अगर पढ़ाई को थोड़ा रोमांचक बना दिया जाए तो बच्चों को पढ़ाई में भी रुचि आ जाती है। यही है मेरे पढ़ाने का तरीका।

बैरकपुर वेस्ली हिंदुस्तानी हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्र मयंक शाह ने परीक्षा में 479 अंक लाये हैं। वहीं हिंदी में 96 अंक प्राप्त करने पर मयंक ने कहा कि उन्होंने सेल्फ स्टडी पर खूब जोर डाला। इसके साथ ही हिंदी पढ़ने के लिए अलग से ट्यूशन लिया।

बैरकपुर कैंटोनमेंट विद्यापीठ हाई स्कूल की छात्रा तनुजा विरमानी ने कुल 445 अंक प्राप्त किया है। हिंदी में 92 अंक प्राप्त करने पर तनुजा ने कहा कि मुझे अभिभावकों के साथ ही अध्यापक का बहुत सहयोग मिला, साथ ही मैंने पूरे मन से पढ़ाई की थी।

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