कोलकाता : विभिन्न मार्केट में हॉकरों के ढर्रे में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सीएम ममता बनर्जी की सख्ती के बाद केएमसी अभियान में उतर चुका है। पुलिस भी एक्शन में है। महानगर के कई बड़े मार्केटों में हॉकरों के बैठने के तौर तरीके में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। हालांकि अब भी कई बाजारों में सख्ती की आवश्यकता है। प्लास्टिक शेड अब भी बरकरार है। हाथी बागान में हाॅकरों ने फुटपाथ पर अपनी-अपनी दुकानों का दायरा कम किया है।
केएमसी की तरफ से काफी पहले ही खींची गयी लाइनों के दायरे में हॉकर बैठे दिख रहे हैं। इधर, न्यू मार्केट में भी हॉकरों ने दुकानों का दायरा कम किया है। कई दुकानों को फुटपाथ पर लाया गया।
न्यू मार्केट में 10 फुट में बैठने वाली दुकान आयी 5 फुट में : न्यू मार्केट में भारी संख्या में हॉकर हैं। सर्वे का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। न्यू मार्केट के सामने रास्ते पर भारी संख्या में हॉकर बैठते थे। उनमें से अधिकांश को श्रीराम आर्केड के सामने जगह दी गयी है। वहीं फुटपाथ पर बैठने वालाें को भी दायरे में बैठने के लिए कहा गया है। एक हॉकर मो. खुर्शीद ने कहा कि वह अभी श्रीराम आर्केड के सामने वाली फुटपाथ पर दुकान लगाता है। पहले सड़क के किनारे उसकी दुकान थी। उसने कहा कि जगह बदलने से दुकानदारी में कमी आई है लेकिन नियमों को वे मानने के लिए तैयार हैं। अभी रास्ता चौड़ा हो गया है क्योंकि हॉकर का दायरा कम किया गया है।
इसलिए न्यू मार्केट की सड़क खाली-खाली लगती है। अन्य हॉकर मो. इरशाद ने कहा कि पहले जो हॉकर 10 फुट में दुकान लगाते थे वे अभी 5 फुट में लगा रहे हैं। इससे अन्य हॉकर के लिए भी जगह बन पायी है। हालांकि कई हॉकरों को अब भी सटीक जगह नहीं मिल पायी है।
एक अन्य हॉकर ने कहा कि पहले डिस्पले लगाते थे, माल ज्यादा लाते थे अभी डिस्पले नहीं लगा पाते हैं। माल भी कम लाते हैं।
हाथीबागान में लाइन को मेंटेन कर रहे हैं हॉकर : हाथीबागान मार्केट के दोनों ओर हॉकर बैठते हैं। एक ओर फुटपाथ पर दुकानें लगती है तो दूसरी साइड में फुटपाथ तथा सड़क किनारे दोनों तरह से हॉकर बैठते हैं। अभी देखा जा रहा है कि एक तरफ फुटपाथ पर बैठने वाले हॉकरों ने 1 से 2 फुट तक दुकानों का दायरा कम कर लिया है। वहीं रास्ते के किनारे बैठे हॉकरों ने भी लाइन को मेंनटेन किया है। एक हॉकर शौभिक ने कहा कि केएमसी की तरफ से हमलोगों को जैसा कहा गया वैसा ही कर रहे हैं। उसने अपनी दुकान को 1.5 फुट तक पीछे कर लिया है।
सड़क किनारे दुकान लगाये एक अन्य हॉकर देवव्रत दास ने कहा कि हमलोग केएमसी द्वारा खींची हुई लाइन को मानकर चल रहे हैं। आगे देखते हैं कि क्या होता है।
सर्वे का काम पूरा, सीएम की अगली बैठक का इंतजार
सीएम के निर्देश के बाद ही हॉकरों का सर्वे शुरू कर दिया गया था। सर्वे में हॉकरों का आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड की जानकारी संग्रह की गयी। 2015 में मिली वेंडिंग कमेटी के दस्तावेजों की भी जांच हुई। अब हॉकरों को सीएम की अगली बैठक का बेसब्री से इंतजार है। देखना है कि आगे सीएम क्या फैसला लेती हैं।