बिहार जाने वाले लोगों के लिये खुशखबरी

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हावड़ा-भागलपुर व अजीमगंज के बीच की दूरी होगी और कम
मालदह-पटना के बीच भी चलायी जायेगी ट्रेन
काेलकाता : वंदे भारत एक्सप्रेस को विभिन्न हिस्साें तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेल लगातार विभिन्न कदम उठा रही है। इस साल स्वतंत्रता दिवस से पहले कम से कम 75 वंदे भारत को चालू करने का टारगेट किया गया है। उसी गतिविधि के साथ काम चल रहा है। बंगाल को फिर से वंदे भारत की सौगात जल्द ही मिलनेवाली है। सूत्रों की माने तो वंदे भारत को लेकर भारतीय रेलवे ने पूर्व रेलवे से एक रिपोर्ट मांगी थी, जो कि पूर्व रेलवे मुख्यालय ने रेलवे बोर्ड को परिचालन संबंधित रिपोर्ट भेज दी है। इसमें मालदह-पटना के बीच वंदे भारत ट्रेन का परिचालन शुरू करने की बात कही गई है। इस वंदे भारत एक्सप्रेस में 16 कोच जबकि मेट्रो में 8 काेच होनेवाले हैं। वर्तमान में 18 रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाया जा रहा है। वहीं बताया जा रहा है कि हावड़ा से न्यूजलपाईगुड़ी, पुरी और न्यू जलपाईगुड़ी से गुवाहाटी तक चल रही है। अब दो वंदे भारत मेट्रो भी इस राज्य में आनेवाली है। इसमें हावड़ा-अजीमगंज-हावड़ा एवं हावड़ा-भागलपुर-हावड़ा के बीच 8 कोच वाली वंदे मेट्रो चलेगी, जो कि रविवार को छोड़कर बाकी 6 दिनों चलेगी। वहीं वंदे भारत एक्सप्रेस मालदह-पटना के बीच दौड़ेगी।
इन दिनों व इलाकों से गुजरेगी : हावड़ा से शाम 6.50 बजे छूटेगी और अजीमगंज पहुंचायेगी 10.55 बजे। यह बंडेल, अम्बिका कालना, नवद्वीप धाम, कटवा, खागड़ाघाट होकर गुजरेगी। वहीं भागलपुर के लिए हावड़ा से दोपहर 2.25 बजे छूटेगी जो कि रात 9.55 बजे पहुंचायेगी। यह बंडेल, अम्बिका कालना, नवद्वीप धाम, कटवा, सालार, खागड़ाघाट, अजीमगंज, जंगीपुर, साहेबगंज आदि इलाके से होकर गुजरेगी।
400 किलोमीटर की दूरी पांच घंटे में तय होगी : मालदह से पटना की 400 किमी. की दूरी वंदे भारत ट्रेन से पांच से साढ़े पांच घंटे में पूरी होगी। इस ट्रेन का परिचालन सप्ताह में छह दिन होगा। यह ट्रेन औसतन एक घंटे में 80 किमी. की दूरी तय करेगी। उम्मीद है कि मालदह से पटना के बीच वंदे भारत का ठहराव पांच प्रमुख स्टेशनों पर होगा। हालांकि, समय और ठहराव पर मंथन किया जाना है।
कितना होगा किराया : वंदे भारत ट्रेन की तुलना में वंदे मेट्रो का किराया बेहद कम होगा ताकि गरीब और मध्यम वर्ग के लोग भी सफर कर सकें। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई में रैक तैयार होगा। वंदे भारत मेट्रो का निर्माण इस नई तकनीक के साथ किया जा रहा है कि ट्रेनें 100 किलोमीटर से कम दूरी वाले शहरों में एक दिन में चार या पांच बार चलाई जा सकती हैं, जो यात्रियों के लिए बहुत ही सुविधाजनक और सस्ती होंगी। इसके परिचालन से आम लोगों को काफी राहत मिल सकेगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस और वंदे मेट्रो में अंतर : वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की तरह ही वंदे मेट्रो ट्रेन में भी आधुनिक ब्रेक सिस्टम, रेड सिग्नल ब्रेक करने से रोकने के लिए कवच सेफ्टी सिस्टम, आटोमेटिक डोर, फायर सेंसर, जीपीएस, एलईडी स्क्रीन उपलब्ध होगी। यह यात्रियों को अगले स्टेशन के बारे में पहले से सूचित करेगी। वंदे भारत का परिचालन इस रूट पर दो से तीन माह में शुरू होने की उम्मीद है, जबकि वंदे भारत मेट्रो अक्टूबर-नवंबर के बीच चल सकती है।

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