Gandhi Jayanti 2023: भारतीय नोटों पर पहली बार कब छपी गांधी जी की तस्वीर, और इसे …

Gandhi Jayanti 2023: भारतीय नोटों पर पहली बार कब छपी गांधी जी की तस्वीर, और इसे …
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कोलकाता : 02 अक्टूबर 1869 में देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। इस खुशी में पूरा देश इस दिन को गांधी जयंती के रूप में मनाता है। गांधी जी सिर्फ भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में सत्य और अहिंसा की एक मिसाल है, जिन्होंने अपनी सच्चाई और ईमानदारी से अपने देश को गुलामी के चंगुल से बाहर निकाला और हमें आजाद भारत में सांस लेने का अधिकार दिलवाया। उनके देश के प्रति ईमानदारी और काम को देखते हुए उनको सम्मान देने के लिए उनकी तस्वीर को भारतीय नोटों पर छापा गया, जिसे हम बचपन से देखते आ रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गांधी जी की ये तस्वीर पहली बार कब नोटों पर छपी और उस फोटों को खिंचने वाले फोटोग्राफर कौन थे? अगर आप ये जानते हैं तो बहुत अच्छी बात है, और अगर नहीं जानते कोई बात नहीं मैं बताता हूं, तो चलिए जानते हैं।

महात्मा गांधी के अंग्रेज फोटोग्राफर:
महात्मा गांधी की पूरी जिंदगी में जितने भी तस्वीरें खींची गई, उनमें से ज्यादातर फोटो हेनरी कार्टियर-ब्रेसन, मार्गरेट बॉर्के-व्हाइट और मैक्स डेसफोर ने ही खींची थी। भारतीय नोटों पर छपी गांधी जी की तस्वीर उस वक्त की है, जब हम अंग्रेजों के गुलाम थे। इस तस्वीर को साल 1946 में खींचा गया, जब गांधी जी ब्रिटिश नेता लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पेथिक-लॉरेंस से मुलाकात के लिए गए थे।

नोटों पर उस तस्वीर की इनसाइड स्टोरी:
ऐसे में एक सवाल जो ज्यादातर लोगों के मन में आता है कि आखिर नोटों पर छापने के लिए उसी तस्वीर का चयन क्यों किया गया। दरअसल जब ये तस्वीर खींची गई और लोगों ने उसे देखा तो उस तस्वीर में गांधी जी की मुस्कान लोगों को काफी पसंद आई। आंखों में ऐनक लगाए और चेहरा थोड़ा सा तिरछा किए उनकी एक मुस्कान ने इस तस्वीर को चुनने के लिए मजबूर कर दिया। हालांकि आज तक इस बात की जानकारी सामने नहीं आ पाई कि गांधी जी की इस तस्वीर को किसने निकाला था।

पहली बार कब नजर आए नोटों पर गांधी जी: 
महात्मा गांधी की तस्वीर भारतीय नोटों पर पहली बार साल 1969 में छपी, यानी गांधी जी के जन्म के लगभग 100 साल बाद। गांधी जी के 100वें जयंती के मौके पर उस वक्त के RBI गवर्नर एलके झा के सिग्नेचर के बाद इसे छापा गया।
सबसे पहले इस तस्वीर को 10 रुपये और 100 रुपये के नोटों में छापा गया था, फिर 1997 में 50 और 500 रुपये के नोटों में इसे छापा गया। साल 2001 में इसे 5 रुपये और 20 रुपये के नोटों में छापा गया, फिर धीरे-धीरे सभी नोटों में इसे छापा जाने लगा।

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