

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : शहीद दिवस के मौके पर महानगर के अचल होने से यात्रियों की उड़ानें न छूट जाएं, इसके लिए यात्री शुक्रवार की सुबह ही एयरपोर्ट पर पहुंच गये थे। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि यात्रियों ने समझदारी से काम लिया और जिनकी उड़ानें 9 बजे के बाद की थी, वे भी एयरपोर्ट पर जल्दी आ गये थे। इस दौरान काफी संख्या में यात्रियों को गेट नम्बर 3 सी के भीतर बैठे देखा गया। इस गेट के भीतर एयरलाइंस का कार्यालय है। यहीं से वीआईपी यात्री भी एयरपोर्ट के भीतर इंट्री लेते हैं। एयरपोर्ट पर जल्दी पहुंचे यात्रियों ने बताया कि उड़ान की जानकारी पहले मिल जाने से उनकी उड़ानें छूटने से बच गयी। सूत्रों के मुताबिक दिन के वक्त कोलकाता से विभिन्न राज्यों में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ान भी थीं। इस कारण ढाका जाने वाले यात्री भी सुबह-सुबह ही एयरपोर्ट पहुंच गये थे। यही नहीं कोलकाता से जैसे बागडोगरा, बंगलुरू, गुवाहाटी, अगरतल्ला व हैदराबाद समेत कई गंतव्यों पर जाने वाले यात्री एयरपोर्ट पर सुबह- सुबह ही आ गये थे।
टैक्सी वालों ने भी लिया मनमाना किराया
इधर, कोलकाता एयरपोर्ट पर विभिन्न गंतव्यों से पहुंचे यात्रियों से टैक्सी ड्राइवरों ने जमकर वसूली की। आरोप है कि एक ओर ऐप कैब का भाड़ा भी पीक ऑवर के दौरान अधिक था। दिल्ली व मुम्बई समेत कुछ यात्रियों ने शिकायत की है कि एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद ऐप कैब में अधिक भाड़ा दिखा तो वे टैक्सी लेने की सोचें। एयरपोर्ट के बाद घूम रहे दलालों की भी चांदी थी। बाहर ट्रैफिक जाम और अचल कोलकाता का बोलकर उन्होंने यात्रियों को चूना लगाया। कोलकाता एयरपोर्ट से हावड़ा का किराया कुछ दलालों ने 1000 से 1200 तक बताया। वहीं कुछ यात्री एयरपोर्ट से विभिन्न स्थानों पर चलने वाले बस तथा प्री पेड टैक्सी के सहारे दिखें। ऐप कैब से ड्राइवर द्वारा मिले रिफ्यूजल के काफी देर बाद कुछ यात्रियों को टैक्सी मिली। इसमें जिन लोगों ने निजी वाहन बुला रखा था, उन्हें ही राहत मिली।
पायलट औ क्रू मेम्बर को पहले ही कर दिया गया था सतर्क
एयरलाइंस सूत्रों की माने तो पायलट और क्रू मेम्बर समेत एयरपोर्ट स्टॉफ को इस बारे में पहले ही सतर्क कर दिया गया था। इस कारण अधिकतर समय पर एयरपोर्ट पर आ गये थे। इधर, जो स्टॉफ टॉलीगंज या फिर दक्षिण 24 परगना व दूर-दराज इलाके के रहने वाले थे, उनमें से अधिकतर को रात का शिफ्ट दिया गया था। वहीं जिनका आना जरूरी था, उन्हें सुबह में ही एयरपोर्ट पर आ जाने को कहा गया था।