

काेलकाता : ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर की कार्यान्वयन एजेंसी कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (केएमआरसीएल) ने एस्प्लानेड स्टेशन के अंदर और बाहरी संरचना का निर्माण पूरा कर लिया है। दिल्ली के हौज खास स्टेशन के समान नार्थ-साउथ कॉरिडोर का एस्प्लानेड स्टेशन, ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर में हावड़ा से सियालदह के बीच एस्प्लानेड आयेगा, जोका-एस्प्लानेड कॉरिडोर एक दूसरे को जोड़ेगा जो कि एक कनेक्टिंग लिंक के रूप में कार्य करेगा। यह जमीन से 28 मीटर नीचे होगा। एस्प्लानेड स्टेशन 30,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ होगा जो कि हावड़ा व सियालदह स्टेशन को जोड़ने का काम करेगा। दरअसल यह दिल्ली के हौज खास मेट्रो स्टेशन की तरह ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ एवं साउथ बाउंड की ट्रेनों का इंटरचेंज होगा। मेट्रो रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार साल 2023 में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो रूट के पूरा खुल जाने पर साल्टलेक से सियालदह और सियालदह से हावड़ा मैदान का सफर आसान हो जायेगा। इतना ही नहीं नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के जरिये या फिर जोका-एस्प्लानेड के जरिये जिसे भी हावड़ा या सियालदह जाना होगा तो वे एस्प्लानेड मेट्रो आयेंगे। इसके बाद वे वहीं इसे इंटरचेंज करते हुए हावड़ा स्टेशन या फिर सियालदह स्टेशन की ओर ईस्ट-वेस्ट मेट्रो से सफर कर पायेंगे। हाल ही में रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस स्टेशन का निरीक्षण किया था। यहां इस निर्माणाधीन स्टेशन की झलकियां दी गई हैं।
इस प्रकार मेट्रो कॉरिडोर में कलर कोड : दक्षिणेश्वर-कवि सुभाष नीली लाइन (32.25 कि.मी.), कवि सुभाष-एयरपोर्ट ऑरेंज लाइन (29.87 कि.मी.), ईस्ट-वेस्ट मेट्रो ग्रीन लाइन (16.34 कि.मी.), जोका-एस्प्लानेड पर्पल लाइन (15.246 कि.मी.), नोआपाड़ा-एयरपोर्ट-बारासात येलो लाइन (18.13 कि.मी.), बरानगर-बैरकपुर मेट्रो पिंक लाइन (12.50 कि.मी.)।
एक नजर में एस्प्लानेड मेट्रो
एक बार चालू होने के बाद, यह स्टेशन उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम मेट्रो कॉरिडोर का इंटरचेंज पॉइंट होगा। ब्लू लाइन यानी नार्थ-साउथ कॉरिडोर में स्ट्रीट लेवल एग्जिट/एंट्रेंस। दरवाजे दाईं ओर दिव्यांग पहुंच के लिए खुलेंगे। ग्रीन लाइन यानी हावड़ा से सियालदह स्टेशन के लिए प्लेटफार्म 1 एवं 2 होंगे। दाहिनी ओर खुलने वाले दिव्यांग के लिए दरवाजे, पर्पल लाइन यानी जोका-एस्प्लेनेड के लिए स्ट्रीट लेवल एग्जिट/एंट्रेंस, मेजेनाइन किराया नियंत्रण, टिकट, स्टेशन एजेंट, दरवाजे खुलेंगे बाईं ओर जो कि दिव्यांगों की पहुंच तक होंगे।