पांशकुड़ा में दक्षिणेश्वर मंदिर के तर्ज पर बनाया जा रहा दुर्गापूजा पंडाल
पांशकुड़ा : पश्चिम बंगाल के तीर्थ स्थलों में दक्षिणेश्वर मंदिर भीएक है। इस बार लोगों को दक्षिणेश्वर मंदिर के दर्शन के लिए कोलकाता जाने की जरूरत नहीं है बल्कि पूर्व मिदनापुर जिले के पांशकुड़ा में ही दक्षिणेश्वर मंदिर दिखेगा। हालांकि वह मंदिर ईंट का नहीं होगा। पूर्व मिदनापुर जिले के पांशकुड़ा में कैनल बाजार दुर्गा पूजा समिति की ओर से दक्षिणेश्वर मंदिर के तर्ज पर दुर्गा पूजा पंडाल बनाया जा रहा है। वर्तमान समय में, सार्वजनिक पूजाओं में थीम को लेकर पूजा पंडाल बनाये जाने का प्रचलन जोरों पर है। जिलों से लेकर कोलकाता सभी स्थानों पर तरह तरह के पंडाल देखे जाते हैं। जिसके कारण दुर्गा पूजा की रौनक और बढ़ती जा रही है।
बड़े बजट की पूजाओं में से एक है
दुर्गा पूजा के दिनों में जिले के विभिन्न क्षेत्रों की अलग-अलग पूजा समितियां भीड़ को आकर्षित करने के लिए थीम के साथ एक दूसरे से आगे निकलने के लिए बेताब रहती हैं। पांशकुड़ा कैनल बाजार शरद उत्सव समिति पांशकुड़ा नगरपालिका क्षेत्र और ब्लॉक क्षेत्र में बड़े बजट की पूजाओं में से एक है। इस वर्ष उनकी पूजा 79वें वर्ष में प्रवेश कर गयी है। इस वर्ष उनकी थीम कोलकाता का दक्षिणेश्वर कालीमंदिर है। मुख्य मंडप दक्षिणेश्वर के नवरत्न मंदिर की शैली में बांस से बना है।
महिलाएं भी समान रूप से भाग लेती हैं
इस पूजा के मुख्य आरंभकर्ता पुरुष होते हैं, लेकिन महिलाएं भी समान रूप से भाग लेती हैं। बाजार से चंदा इकट्ठा करने से लेकर पूजा के दिनों में मंडप की सारी जिम्मेदारी महिलाओं पर होती है। इस पूजा समिति का इस साल की पूजा का बजट करीब 8 से 10 लाख रुपये है। पूजा समिति ने पूजा के दिनों में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ साथ जरूरतमंदों को कपड़े वितरित करने की कार्यक्रम का भी आयोजन किया है।