गुरुवार के दिन ये काम भूलकर भी न करें, रुक जाएगी तरक्‍की | Sanmarg

गुरुवार के दिन ये काम भूलकर भी न करें, रुक जाएगी तरक्‍की

कोलकाता :  गुरुवार देवगुरु बृहस्पति का दिन होता है और शास्त्रों में बृहस्पति देव देवताओं के भी गुरु भी माने जाते हैं। बृहस्पति देव वैवाहिक जीवन की स्थिति, ज्ञान, भाग्य आदि का निर्धारण करने वाले माने गए हैं। कुंडली में अगर बृहस्पति शुभ स्थान पर हैं तो भाग्य का उदय होता है और आर्थिक वृद्धि होती है और अशुभ स्थान पर हैं तो जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र में गुरुवार के दिन कई कार्यों के करने की मनाही बताई गई है। इनके करने से तरक्की और सौभाग्य में कमी आती है। आइए जानते हैं गुरुवार के दिन कौन से कार्य नहीं करने चाहिए…
सौभाग्य में आती है कमी
बृहस्पति महिलाओं की जन्मकुंडली में पति और संतान का कारक माना जाता है। अगर गुरुवार को महिलाएं अपना सिर धोती हैं या फिर बाल काटती हैं तो इससे बृहस्पति कमजोर होता है। बृहस्पति कमजोर होने से पति और संतान का भविष्य प्रभावित होता है, उनकी उन्नति रुक जाती है। पुरुषों के लिए खासतौर से गुरुवार के दिन बाल और दाढ़ी कटवाने से उनकी आयु कम होती है और महिलाओं के सौभाग्य में बाधा आती है।
तरक्की में आती है बाधा
शास्त्रों के अनुसार, स्टोर रूम आदि की सफाई करना, कपड़े धोना, घर का कबाड़ बाहर करना, फेशियल, जाला साफ करना, वैक्सिंग आदि कराना। इन कार्यों का दुष्प्रभाव गुरु ग्रह को कमजोर करता है, इससे आपकी तरक्की और प्रमोशन में बाधा आ सकती है।
लक्ष्मी की नहीं होती प्राप्ति
गुरुवार का दिन नारायण भगवान का होता है। नारायण तभी प्रसन्न होते हैं जब उनकी पत्नी यानी माता लक्ष्मी उनके साथ रहें। इसलिए गुरुवार के दिन लक्ष्मी-नारायण की पूजा करनी चाहिए। अकेले नारायण की पूजा करने से लक्ष्मी की प्राप्ति नहीं होती है। दोनों की एकसाथ पूजा करने से घर में खुशियों का वास होता है और धन में भी वृद्ध‍ि होती है।
रुक जाती है धन की वृद्धि
जन्मकुंडली में दूसरा और 11वां भाव धन का होता है और इन दोनों ही स्थानों का कारक बृहस्पति होते हैं। इसलिए इस दिन गुरु को कमजोर करने वाले कार्य नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से धन की वृद्धि रुक जाती है। इसलिए गुरुवार को पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए और माथे पर केसर का तिलक लगाकर निकलना चाहिए।
जीवन पर पड़ता है नकारात्मक प्रभाव
वास्तु शास्त्र के अनुसार, गुरुवार के दिन घर धोने की मनाही है। दरअसल घर के ईशान कोण का स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इस दिन घर धोने या पोछा लगाने से ईशान कोण की सकारात्मक ऊर्जा प्रभावित होती है। साथ ही इस दिन नाखून भी नहीं काटना चाहिए। इससे गुरु कमजोर होता है और जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
आर्थिक परेशानी का करना पड़ता है सामना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरुवार को किसी को उधार देने या किसी को पैसा देने से बचना चाहिए। धन का लेन-देन करने से बृहस्पति के कारक तत्वों का प्रभाव हल्का होता है। ऐसा करने से आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

भाग्योदय के लिए करें यह कार्य

बृहस्पति देव की विशेष कृपा पाने हेतु गुरुवार के दिन गरीब और जरूरतमंदों को भोजन करवाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने से लाभ होता है। साथ ही इस दिन केले के पौधे में जल चढ़ाकर उसकी जड़ में मुट्ठीभर चने की भीगी हुई दाल और गुड़ की एक डली चढ़ानी चाहिए और आराधना करनी चाहिए। ऐसा करने से भाग्योदय के अवसर प्राप्त होते हैं और आपको हर जगह सफलता मिलेगी।

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