Loksabha Election: कोलकाता में 90% तक कम हो सकती हैं बसें! इन तारीखों पर दें ध्यान

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कोलकाता: अब केवल दो चरणों का चुनाव ही बाकी रह गया है। इन दो चरणों के लिये कोलकाता की सड़कों से अधिकतर बसें व मिनी बसें चुनाव आयोग द्वारा ले ली गयी हैं। इस कारण आगामी 2 सप्ताह तक दैनिक यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अप्रैल महीने में चुनाव का काम शुरू होने के बाद से निजी बसें व मिनी बसों को चुनाव आयोग ने लेना शुरू कर दिया था।

90 प्रतिशत तक कम हो सकती हैं बसें

आगामी शनिवार को पूर्व व पश्चिम मिदनापुर समेत झाड़ग्राम, पुरुलिया व बांकुड़ा जिलों में लोकसभा चुनाव है। इसके लिये कई बसें ले ली गयी हैं और अंतिम चरण में कोलकाता समेत उत्तर व दक्षिण 24 परगना की सीटों पर चुनाव है। इस कारण आगामी 27 व 28 तारीख से कोलकाता व संलग्न इलाकों में 90% तक बसें व मिनी बसें ली जा सकती हैं।

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सिटी सबअर्बन बस सर्विसेज ने क्या कहा ?

परिवहन विभाग के सूत्रों के अनुसार, अंतिम चरण के चुनाव के लिये चुनाव आयोग के अलावा कोलकाता पुलिस के मुख्यालय लालबाजार के स्थानीय थानों व मोटर ह्वीकल विभाग द्वारा बसें ली जा रही हैं। आगामी 4 जून को मतगणना है। ऐसे में 1 जून को अंतिम चरण के चुनाव के बाद ही बसों के वापस आने की संभावना कम है। इसे लेकर सिटी सबअर्बन बस सर्विसेज के टीटो साहा ने कहा, 'हम दैनिक यात्रियों से पहले से ही माफी मांगते हैं। चुनावी परिस्थिति में निजी बस मालिकों को बस देना पड़ रहा है। वैकल्पिक कोई व्यवस्था करना हमारे लिये संभव नहीं है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारा प्रस्ताव था कि 50% बसें लेकर बाकी आम यात्रियों को परिसेवा के लिये छोड़ी जायें। हालांकि चुनाव के कार्यों में काफी बसें लगती हैं जिस कारण इस प्रस्ताव को चुनाव आयोग स्वीकार नहीं कर पाया।'

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